उर्दू ज़रीया तालीम , रोशन मुस्तक़बिल की ज़मानत

निर्मल 28 मई: ग्लोबल एजूकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी निर्मल के ज़ेर एहतेमाम 26 मई बरोज़ इतवार बमुक़ाम हरा फंक्शन हाल बुधवारपेट निर्मल में उर्दू मीडियम तलबा-ए-ओ- तालिबात के लिए डाईट सेट मॉडल टेसट का इनइक़ाद अमल में लाया गया।

जिस में शहर निर्मल के अलावा ख़ानापुर और आदिलाबाद से भी तलबा-ए-ओ- तालिबात ने शिरकत की। इस मौके पर मुहम्मद अलीम उद्दीन हेडमास्टर मुहम्मदिया हाई स्कूल निर्मल ने अपने ख़िताब में कहा कि इलम के ज़रीये से ही इंसान के अंदर आली अख़लाक़ पैदा होते हैं।

नौजवान नसल को मायूसी के अंधेरे से जद्द-ओ-जहद के ज़रीये रोशनी में आने की ज़रूरत है। उन्होंने तलबा-ए-ओ- तालिबात को एंट्रेंस इमतेहान के मुताल्लिक़ चंद अहम और मुफीद मश्वरों से नवाज़ा।

अंसार अहमद साहिल सदर ग्लोबल एजूकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी निर्मल ने सोसाइटी के अग़राज़-ओ-मक़ासिद पर तफ़सीली रोशनी डाली।

उन्होंने कहा कि उर्दू ज़रीये तालीम होतो मुलाज़मत मिलना मुश्किल है। ये सरासर ग़लत और बे बुनियाद है। उन्होंने कहा कि आज मुल्क के गोशे गोशे में उर्दू तालीम हासिल करते हुए अला ओहदे हासिल करने वालों की तादाद को ज़बत तहरीर में लाया जाये तो अख़बार के सफ़हात कम पड़ जाएं गे।

हम हौसले के साथ जद्द-ओ-जहद करें और दरख़शां मुस्तक़बिल के लिए सख़्त मेहनत करें। इस मॉडल टेसट के कामयाब इनइक़ाद में असातिज़ा इकराम मुहम्मद अरशद अली मुहम्मद अलीम उद्दीन , सयद मुहम्मद ताज , सयद ख़्वाजा , अफ़रोज़ ख़ान , साद उल्लाह , मुहम्मद फेरोज़ ने इख़तेतामी कलिमात अदा किए।