हैदराबाद । ०४अप्रैल : ( एजैंसीज़ ) : प्रोफ़ैसर पोलटीकल साईंस उस्मानिया यूनीवर्सिटी-ओ-डायरैक्टर एकेडेमिक स्टाफ़ कॉलिज उस्मानिया यूनीवर्सिटी मतिया ने हॉस्टल के मीनू में बीफ की वकालत के हवाला से कहा कि उन्हों ने इस मसला पर प्रोफ़ैसर कांचा ईलिया के मौक़िफ़ की मुख़ालिफ़त की और उन्हें मश्वरा दिया कि वो यूनीवर्सिटी हॉस्टल में बीफ को मीनू में शामिल करने की वकालत करने से क़बल पसमांदा तबक़ात को जिस से उन का ताल्लुक़ है तरग़ीब दें कि वो बीफ खाने की बात पर अमल करें । प्रोफ़ैसर मतिया ने जिन का ताल्लुक़ माद्दीगा तबक़ा से है कहा कि मैंने तमाम मुक़र्ररीन से कहा कि वो अपने घरों में बीफ पकाईं अपनी कम्यूनिटी के लिए एहतिमाम करें हम भी वहां आयेंगे और खाएंगे ।
उन्हों ने कहा कि तमाम पसमांदा तबक़ात गोश्त ख़ौर हैं । बीफ खाने पर ज़ोर देने वाले अफ़राद पहले अपनी कम्यूनिटी में उसे रिवाज दें फिर उसे कैंपस कल्चर का हिस्सा बनाईं । प्रोफ़ैसर मतिया ने कहा कि कैंपस को मयारी तालीम का मर्कज़ होना चाहीए और तालीम पर तवज्जा करना चाहिए । हिंदूस्तानी अरबी तफ़ासीर में मुल्तक़ित और मज़हरी को मुनफ़रद मुक़ाम