हैदराबाद। हैदराबाद की प्रतिष्ठित उस्मानिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एस रामचन्दरम ने उस्मानिया विश्वविद्यालय के प्राचीन लोगो के बहाल करने का आश्वासन दिया है। यह लोगो उर्दू भाषा में था। उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए पुराने लोगो को बहाल करने के कदम उठाए जाएंगे। पुराने लोगो की बहाली के लिए छात्रों की ओर से मांगें सामने आए हैं और इस सिलसिले में आधिकारिक तौर पर आंदोलन भी शुरू किया गया है।
गौरतलब है कि 1950 में इस लोगो को आंध्राई शासकों द्वारा बदल दिया गया था। तेलंगाना को राज्य का दर्जा मिलने के बाद उस पुराने लोगो को बहाल करने के लिए विभिन्न कोनों से मांग सामने आ रहे हैं। इसी संदर्भ में कुलपति ने बताया कि निश्चित रूप से इस पर विचार किया जाएगा और सभी की राय प्राप्त करते हुए इस लोगो को बहाल किया जाएगा।
कुलपति ने कहा कि वह खुद भी चाहते हैं कि प्राचीन लोगो बहाल हो। उर्दू से वह कोई भेदभाव नहीं चाहते। जल्दबाजी में प्राचीन लोगो बहाल किया गया तो इससे समस्या होगी। उन्होंने कहा कि इस प्राचीन लोगो को 60 साल पहले बर्खास्त किया गया था। जिसे बहाल करने की इच्छा की जा रही है जो अच्छा संकेत है। सरकार की ओर से इस लोगो को बहाल करने का प्रतिनिधित्व किया जाएगा।