उस्मानिया विश्वविद्यालय के इंजीनियर की फर्जी डिग्री, पांच गिरफ्तार

हैदराबाद: (सियासत उर्दू) उस्मानिया विश्वविद्यालय पुलिस ने नकली प्रमाणपत्र मामले में शैक्षणिक संस्था जिहाद और शहादत के सचिव एडवोकेट शेख सैफुल्लाह खालिद और विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार कंट्रोलर एग्जामिनेशन शाखा श्री एम कुमार ने विश्वविद्यालय पुलिस से एक शिकायत दर्ज करवाई जिसमें यह बताया गया कि 18 फरवरी को वह इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग (EDP) सेक्शन में अचानक मुआइने लिए पहुंचे जहां उन्होंने शेख अब्दुल्ला पुत्र शेख महबूब अली मृतक के नाम बी ई सियोल इंजीनियरिंग का एक प्रमाण पत्र पाया. और इस संबंध में उन्होंने अधिक जानकारी प्राप्त की. श्री कुमार ने इंजीनियरिंग विभाग में जून 1985 का शेख अब्दुल्लाह के नाम का एक प्रमाण पत्र फर्जी होने का पता लगाया. इस संबंध में उन्होंने अधिक जानकारी प्राप्त करते हुए विश्वविद्यालय परीक्षा शाखा के कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों की भूमिका का पता लगाया.

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शिकायत प्राप्त होने पर विश्वविद्यालय पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर श्री अशोक रेड्डी ने धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने की धाराओं के तहत एक मामला दर्ज करते हुए खालिद सैफुल्लाह और अन्य चार, जी संतोष रेड्डी, टी रमेश, सी अरविंद कुमार और रामू जो एग्जामिनेशन शाखा के कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी हैं, को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि शेख अब्दुल्लाह ने कथित तौर पर बिन लादेन कंपनी सऊदी अरब में इंजीनियर की फर्जी डिग्री पर नौकरी प्राप्त की और शेख सैफुल्लाह खालिद की मदद से संतोष रेड्डी को प्रमाणपत्र सत्यापित करने के लिए 2 लाख रुपये हवाले किए.

पुलिस ने एडवोकेट श्री खालिद के कब्जे से 53 हजार रुपये नकद शेख अब्दुल्लाह के फर्जी दस्तावेज और अन्य सामान बरामद कर लिया.
बता दें कि एडवोकेट खालिद पर सईद आबाद पुलिस स्टेशन में 2004 में दर्ज किए गए एक और मुकदमा जिसका क्राइम नंबर 410/2004 है और मुग़ल पूरा पुलिस के केस नंबर 129/2009 के दो गैर ज़मानती वारंट लंबित है.