उस्मानिया हॉस्पिटल की इमारत को मुनहदिम करने का कोई इरादा नहीं

हैदराबाद 13 अगस्त: उस्मानिया हॉस्पिटल की तारीख़ी इमारत के तहफ़्फ़ुज़ के लिए जद्द-ओ-जहद करने वाली तन्ज़ीमों और जहद कारों को इस वक़्त राहत मिली जब तेलंगाना हुकूमत ने हैदराबाद हाईकोर्ट में वज़ाहत की के हुकूमत इमारत को मुनहदिम करने का कोई मन्सूबा नहीं रखती।

शहर से ताल्लुक़ रखने वाले एक क़ानूनदां बी एस स्वामी दास ने इस मसले पर पिछ्ले हफ़्ते मफ़ाद-ए-आम्मा के तहत दरख़ास्त दाख़िल की थी। कारगुज़ार चीफ़ जस्टिस दिलीप बी भोसले और जस्टिस एस वी भट्ट पर मुश्तमिल डीवीझ़न बेंच ने इस दरख़ास्त की समाअत की। एडीशनल एडवोकेट जनरल तेलंगाना जय राम चन्द्र राव‌ ने अदालत को बताया कि हुकूमत उस्मानिया हॉस्पिटल की इमारत की ख़स्ता-हाली को देखते हुए मुख़्तलिफ़ इमकानात का जायज़ा ले रही है और फ़िलवक़्त इन्हिदाम का कोई मन्सूबा नहीं।

उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल की इमारत का शुमार हेरिटेज इमारतों में होता है और हुकूमत ने अभी तक कोई फ़ैसला नहीं लिया।

डीवीझ़न बेंच ने हुकूमत को हिदायत दी के चूँकि उस्मानिया हॉस्पिटल की इमारत हेरिटेज ज़मुरा में शामिल है लिहाज़ा उसके बारे में किसी भी फ़ैसले से पहले अवाम को वाक़िफ़ किराया जाये।

अदालत ने वाज़िह किया कि किसी भी हेरिटेज इमारत का इन्हिदाम तो कुजा उसकी मरम्मत और तज़ईन नौ के लिए मुताल्लिक़ा हुक्काम और हेरिटेज के तहफ़्फ़ुज़ से मुताल्लिक़ इदारों की पेशगी इजाज़त लेना ज़रूरी है। अदालत ने एडीशनल एडवोकेट जनरल के बयान को रिकार्ड करते हुए इस दरख़ास्त की यकसूई कर दी।

ताहम दरख़ास्त गुज़ार से कहा कि अगर तेलंगाना हुकूमत हॉस्पिटल की इमारत के बारे में कोई फ़ैसला करती है तो वो दुबारा अदालत से रुजू हो सकते हैं। पिछ्ले हफ़्ते अदालत ने दरख़ास्त गुज़ार से हुकूमत के फ़ैसले के बारे में दस्तावेज़ी सबूत मांगा था जिस पर दरख़ास्त गुज़ार के वकील एस सत्यम रेड्डी ने अदालत में मुख़्तलिफ़ अख़बारात के तराशे पेश किए और हुक्काम की तरफ से मरीज़ों और वार्डज़ की मुंतकली का हवाला दिया।

तन्ज़ीमों का कहना हैके अगर हुकूमत वाक़ई इमारत के तहफ़्फ़ुज़ में संजीदा है तो उसे माहिरीन के ज़रीये इमारत की तामीर-ओ-मरम्मत का काम शुरू करवाना चाहीए। इंटेक और दुसरे रज़ाकाराना तन्ज़ीमों ने हॉस्पिटल की इमारत के तहफ़्फ़ुज़ के लिए बाक़ायदा मुहिम छेड़ रखी है और तंज़ीम के नुमाइंदे रोज़ाना उस्मानिया हॉस्पिटल पहुंच कर सूरत-ए-हाल का जायज़ा ले रहे हैं।

इसी दौरान बावसूक़ ज़राए ने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ ने हॉस्पिटल के इन्हिदाम के मसले पर अवाम में पाई जाने वाली नाराज़गी और बेचैनी को देखते हुए अदालत में वक़्ती तौर पर इन्हिदाम ना करने से मुताल्लिक़ मौक़िफ़ इख़तियार किया है।हुकूमत बहुत जल्द माहिरीन से मुशावरत के बाद क़तई फ़ैसला करेगी।