उस्मानिया हॉस्पिटल की इमारत को कोई ख़तरा नहीं

हैदराबाद 04 अगस्त:उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल से मुताल्लिक़ हालिया दिनों में पैदा हुए तनाज़आत और सूरत-ए-हाल के बाद प्रिंसिपल डायरेक्टर क़ौमी इंटेक मुमताज़ माहिर तामीरात दैव्य गुप्ता ने अपनी टीम के साथ अचानक उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल का दौरा किया।

इस के बाद उन्होंने कह दिया कि आने वाले कई सालों तक उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल की इमारत को किसी किस्म का कोई ख़तरा लाहक़ नहीं है।

मुमताज़ माहिर तामीरात ने कहा कि दैर क़दीम की इस ख़ूबसूरत इमारत को दुबारा इसी तरह तामीर करना नामुमकिन है और कहा कि सिर्फ़ इमारत की निगहदाशत-ओ-मरम्मत के लिए एक अंदाज़े के मुताबिक़ पाँच ता सात करोड़ रुपये ख़र्च होंगे जबकि उसकी मरम्मत और दरूस्तगी के लिए ढाई ता तीन करोड़ रुपये ही ख़र्च होंगे।

दैव्य गुप्ता ने कहा कि उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल की क़दीम इमारत तारीख़ी एतेबार से हैदराबाद की रिवायती तहज़ीब वतमदन की एक जीती जागती मिसाल है और इस दवाख़ाने से ना सिर्फ़ हज़ारों मरीज़ बल्कि हैदराबादी अवाम के जज़बात भी वाबस्ता हैं।

उन्होंने दवाखाने की बरवक़्त अदम देख भाल पर माज़ी की हुकूमतों के रवैये को अपनी सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाया और कहा कि अगर हुकूमत पहले से ही तोजहा देती तो ये सूरत-ए-हाल पैदा नहीं होती लेकिन देर अए दरुस्त अए हुकूमत ने मरीज़ों को पेशे नज़र रखते हुए एक अच्छी पहल की है लेकिन हुकूमत को चाहीए कि वो इमारत को महनदम करने के बजाये उसकी मरम्मत और दरूस्तगी अमल में लाए और ये मुम्किन भी है।

इंटेक के क़ौमी क़ाइद वमाहर तामीरात ने बताया कि इमारत की छत से बारिश के पानी की निकासी का बेहतर इंतेज़ाम मौजूद नहीं है जिस के सबब छत पर पानी जमा होरहा है।