ऊना दलित कांड: जिंदा गाय को काटने का झूठ “गो’रक्षकों” ने फैलाया- CID

ऊना कांड की जांच कर रही प्रदेश CID ने इस मामले की चार्जशीट में कहा है कि खुद को गोरक्षक बताने वाले आरोपी जानते थे कि पीड़ित दलित युवक 2 मरी हुई गायों और एक मरे हुए बैल की खाल उतार रहे हैं। इसके बावजूद आरोपी गोरक्षकों ने आसपास यह अफवाह फैलाई कि जिंदा गायों को काटा जा रहा है। यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब ऊना में रहने वाला आरोपी नितिन कोठारी भारदिया से गुजर रहा था। उसने राहुल परमार और शैलेश भंबनिया नाम के कथित गोरक्षकों को फोन कर बताया कि भारदिया में जिंदा गायें काटी जा रही हैं। मामले की जांच कर रहे CID के एक अधिकारी ने बताया, ‘राहुल और शैलेश ने यह बात शांतिलाल मोनपारा को बताई। शांतिलाल एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी है और सनातन चैरिटेबल ट्रस्ट चलाता है।’

अधिकारी ने आगे बताया, ‘शांतिलाल ने कथित तौर पर साजिश बनाई और उसने राहुल और शैलेश से इस बात की जानकारी बाकी गोरक्षकों को देने के लिए कहा। शांतिलाल ने उन्हें घटनास्थल पर पहुंचने को भी कहा। शांतिलाल ने ऊनाव पुलिस थाने में मदद मांगने के लिए फोन किया और दलित युवकों की पिटाई कर रहे गोरक्षकों के लिए मदद मांगी।’