झारखंड के झरिया में कोयला खदानों में लगी आग की तस्वीरों को पुरस्कार

झरिया : झरिया के खदानों के अंदर यह आग सौ साल से भी ज़्यादा समय से जल रही है. यहां रहने वाले लोग जन्म से ही यह सब कुछ देख रहे हैं. और वे सब कुछ जानते हैं और यह उनकी ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका है. सरकार या सीसीएल बहुत कुछ करके भी इस मामले में कुछ नहीं कर सकी है जर्मन कंपनी को आग बुझाने का मिला था, लेकिन आग कुछ ज्यादा ही पैमाने पर फैली है जिस वजह से ये ऑपरेशन बेकार रहा. झारखंड के झरिया स्थित कोयला खदानों में लगी आग की तस्वीरों को दूसरा सालाना गेटी इमेजेज़ इंस्टाग्राम पुरस्कार मिला. भारतीय फ़ोटोग्राफ़र रॉनी सेन को इन तस्वीरों के लिए 10,000 डॉलर का अनुदान भी मिलेगा. रॉनी सेन ने उरुग्वे के क्रिश्चियन रॉड्रीग्ज़ और इथियोपिया के गिरमा बर्टा के साथ यह पुरस्कार जीता है.