एआईएमआईएम ने निकाय चुनाव में 62 प्रत्याशी मैदान में उतारे

मुम्बई। मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने स्थानीय निकाय चुनाव में 62 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। एआईएमआईएम के विधायक वारिस पठान ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी बिना घोषणापत्र के चुनाव मैदान में उतरी है। एक घोषणापत्र राजनीतिक दलों की ओर से जारी एक दस्तावेज है, जिसमें बाह जनता से वादे करती है तथा सत्ता में आने के बाद भूल जाती है। एआईएमआईएम मुम्बई के अध्यक्ष शाकिर पाटनी ने कहा कि हम जो भी जनता के बीच जाकर बोलते हैं वही घोषणापत्र है और यदि उनकी पार्टी इन चुनावों में जीत हासिल करती है तो आम नागरिकों की मांगों को पूरा करेंगे।

आगामी बीएमसी चुनावों के लिए शिवसेना ने गत माह 23 जनवरी को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है, जल्द ही भाजपा और कांग्रेस भी अपने वादों की सूची को जारी कर देगी। हाल ही उच्चतम न्यायालय के फैसले का उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि ‘धर्म, नस्ल, जाति, समुदाय या भाषा’ के जनप्रतिनिधि कानून में ‘भ्रष्ट तरीके’ को परिभाषित करने वाली धारा 123(3) में इस्तेमाल शब्द ‘उसका धर्म’ के संदर्भ में. कोई भी सरकार किसी एक धर्म के साथ विशेष व्यवहार नहीं कर सकती और धर्म विशेष के साथ स्वयं को नहीं जोड़ सकती।

पार्टी के सदस्य एवम हैदराबाद विधानसभा सदस्य यूसुफ़ बलाला कि पार्टी का ध्यान सभी अल्पसंख्यक समुदायों पर है, ना सिर्फ मुस्लिमों पर। पाटनी ने कि यहाँ स्थानीय निकाय चुनाव में 62 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें चार सदस्य गैर मुस्लिम हैं। पार्टी मुम्बई के गोवंडी, जोगेश्वरी, बांद्रा, मुम्बादेवी, बायकल्ला और कुर्ला में पार्टी का ध्यान है। पार्टी ने कोलाबा से आमिर वकील को मैदान में उतारा है।