झारखंड के सराइकेला-खरस्वाण जिले में एक आदमी ने भगवान् को प्रसन्न करने के लिए तांत्रिक की मदद से एक सात महीने की बच्ची की आहुति दे दी।आदमी ने बच्ची की आहुति इसलिए दी ताकि उसको और उसकी पत्नी को एक बच्चा हो सके, पुलिस ने शुक्रवार को बताया।
भदोई कालिंदी और एक तांत्रिक, कर्मु कालिंदी को गुरुवार को पुलिस ने तिरुलदीह पुलिस थाने के अंदर आने वाले चाइदा गांव से गिरफ्तार किया, उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (चंदिल), संदीप भगत ने बताया।
भदोई, एक साँप का जादूगर लगभग आठ साल से विवाहित था, लेकिन उसको कोई बच्चा नहीं हो रहा था, एसडीपीओ ने बताया।
26 मई की रात को, भदोई और कर्मु ने एक सात महीने की एक बच्ची का अपहरण किया जो कर्मु के पड़ोसी सुभाष गोपे की बेटी थीं और तिरुलदीह में एक नदी के पास एक संस्कार घाट में उसका बलिदान दे दिया, भगत ने बताया।
घटना के बाद कर्मू गायब हो गया था परन्तु पुलिस को आशंका की थी वो बच्ची के अपहरण में शामिल था।
भगत ने कहा कि पुलिस ने उसे और भदोई को गिरफ्तार कर लिया है।
दोनों ने गुरुवार को पूछताछ के दौरान अपना अपराध कबूल किया, एसडीपीओ ने बताया कहा।
एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस ने भदोई के घर से बच्ची का बलिदान करने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियार को ज़ब्त कर लिया है और अब वे बच्ची के शरीर को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं।