एक इसराईली फ़ौजी के इव्ज़ एक हज़ार फ़लस्तीनी क़ैदीयों की रिहाई

यरूशलम, 13 अक्तूबर (राईटर) फ़लस्तीनी जंगजू ग्रुप हम्मास की हिरासत में मौजूद इसराईली फ़ौजी गीलाद शलीत को रिहा करने के इव्ज़ एक हज़ार फ़लस्तीनी क़ैदीयों को आज़ाद करने पर दोनों फ़रीक़ों के माबैन इत्तिफ़ाक़ होगया है।बैन-उल-अक़वामी सा लस्सी के बाद तैय्यार किए गए इस मुआहिदे को इसराईली काबीना ने कल रात मंज़ूरी दीदी। दूसरी तरफ़ फ़लस्तीन के ग़ज़ा पट्टी इलाक़े में लोगों ने अपने अज़ीज़ों की रिहाई की उम्मीद पैदा होने का जश्न मनाया। ग़ज़ा पट्टी पर कंट्रोल करने वाले ग्रुप हम्मास ने भी इस की तसदीक़ करदी है।क़ैदीयों के तबादले से मुताल्लिक़ मुआहिदे को तकमील तक पहुंचाने में मिस्र और जर्मनी ने अहम रोल अदा किया है।गुज़शता कुछ अर्से से शलीत की रिहाई का मुआमला संगीन सूरत इख़तियार कर गया था और इस से मग़रिबी एशिया की अमन बातचीत बहाल करने में मुश्किलें आरही थीं।इसराईली वज़ीर-ए-आज़म बिन्यामिन नेतन्याहू ने इस फ़ैसले पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि इसराईली फ़ौजी आइन्दा कुछ दिनों में अपने ख़ानदान के पास लौट आएगा। हालाँकि टेलीविज़न चैनल उलार बया ने बताया कि शलीत और फ़लस्तीनी क़ैदीयों का तबादला अगले माह ही हो पाएगा। दूसरी तरफ़ हम्मास के रहनुमा ख़ालिद मशाल ने बताया कि शलीत के इव्ज़ इसराईल अपने यहां क़ैद 1027 फ़लस्तीनीयों को दो मरहलों में रहा करेगा। पहले मरहले में 450 लोगों को जबकि दो महीने बाद बाक़ी लोग रिहा किए जाएंगी। इन क़ैदीयों में 27 ख़वातीन भी शामिल हैं।