ढाका, 1 मार्च (पी टी आई) बंगला देश की जमाते इस्लामी के एक सरकर्दा लीडर को मुल्क की पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 1971 की जंगे आज़ादी के दौरान नसल कुशी और मज़हबी ईज़ारसानी के बाशमोल इंसानियत के ख़िलाफ़ जराइम की वजह से आज सज़ाए मौत सुना दी गई है।
ख़ुसूसी बंगला देशी ट्रिब्यूनल ने दिलावर हुसैन सईदी नायब सदर जमात को सज़ाए मौत का हुक्म दिया, हालाँकि जमात की जानिब से मुल्क गीर बंद की अपील की गई है।
ये फ़ैसला दारुल हुकूमत ढाका और दीगर बड़े शहरों में ज़बरदस्त सेक्यूरिटी के साथ सुनाया गया क्योंकि जमाते इस्लामी ने फ़ैसला की तारीख़ पर मुल्क गीर बंद मनाने की अपील पहले ही कर दी थी,
जबकि हज़ारों नौजवानों ने सड़कों पर चौकसी इख्तियार करते हुए जंगी मुजरिमीन के लिए सज़ाए मौत का मुतालिबा किया है।