लखनऊ २९ नवंबर (पी टी आई) चीफ़ मिनिस्टर उत्तरप्रदेश मायावती केलिए मज़ीद परेशानी खड़ी करते हुए यू पी के लोक आयुक़्त ने एक जूनियर वज़ीर को बरतरफ़ करदेने की सिफ़ारिश की है।
ये इंसिदाद करप्शन मातसब की जानिब से उन की वज़ारत के छटवें वज़ीर की अलहिदगी की सिफ़ारिश होगी। मायावती पहले ही 5 वुज़रा राजेश त्रिपाठी , अवध पाल सिंह , बादशाह सिंह , रघूनाथ मिश्रा और बाबू सिंह कुशवाहा को पहले ही बरतरफ़ कर चुकी हैं।
इन में से पहले 4 वुज़रा की बरतरफ़ी की लोक पाल ने सिफ़ारिश की थी, जिस का मक़सद आइन्दा साल के असैंबली इंतिख़ाबात से पहले रियास्ती नज़म-ओ-नसक़ को साफ़ सुथरा बनाना मालूम होता है। लोक आयवकत यू पी जस्टिस उन के महरोत्रा ने अपनी रिपोर्ट में जो चीफ़ मिनिस्टर को रवाना की गई है, वज़ीर-ए-ममलकत बराए अंबेडकर ग्राम विकास महिकमा रतन लाल अहीर वार की बरतरफ़ी की शिकायत की।
क़ब्लअज़ीं उन की मुक़ामी इलाक़ा के तरक़्क़ीयाती फंड्स के इस्तिहसाल के इल्ज़ाम में सरज़निश की गई थी। लोक आयवकत ने ट्रस्ट के ज़ेर-ए-इंतज़ाम एक स्कूल केलिए मुख़तस किए हुए फंड्स उन से वसूल करने की भी सिफ़ारिश की। जस्टिस महरोत्रा ने कहा कि अहीर वार को उन के ओहदा से फ़ौरी बरतरफ़ कर दिया जाना चाहीए क्योंकि अगर वो अपने ओहदा पर बरक़रार रहें तो मुक़द्दमा की यकसूई नामुमकिन होगी।
क़ब्लअज़ीं बी एस पी ने आज साबिक़ वज़ीर बराए ख़ानदानी बहबूद बाबू सिंह कुशवाहा को बरतरफ़ करदिया। मिस्टर कुशवाहा किसी ज़माने में वज़ीर-ए-आला मायावती के इंतिहाई बाएतिमाद साथी कहलाते थॆ।