एक कौआ प्यासा था: बाक़ी आप ख़ुद ही देख लें

लंदन २७ जनवरी (एजैंसीज़) बचपन में आप ने कहानी पढ़ी थी कि एक कौआ प्यासा था जग में थोड़ा पानी था , इस कहानी का हक़ीक़ी मंज़र बर्तानवी और न्यूज़ीलैंड के साईंसदानों ने 3 हज़ार साल पुराने क़दीम यूनानी अफ़साने को हक़ीक़तन साबित कर दिखाया है।

एक कौआ प्यासा था, घड़े में पानी थोड़ा था, कव्वे ने डाले कंकर, पानी आया ऊपर, कव्वे ने पिया पानी, ख़तम् हुई कहानी।

इस तजुर्बे के ज़रीया साईंसदानों ने ये सच्च साबित कर दिया कि परिंदे ग़ैरमामूली तौर पर अक़लमंद होते हैं जो पानी की सतह को बुलंद करने के लिए आस पास मौजूद तमाम आलात को बख़ूबी इस्तेमाल करने की सलाहीयत रखते हैं।