एक घंटे तक चली थी गुड़िया के साथ दरिंदगी

नई दिल्ली, 24 अप्रैल: दिल्‍ली के गांधी नगर मासूम ” गुड़िया” के साथ दरिंदगी 45 मिनट से एक घंटे के बीच चली थी। दरिंदे ने पूछताछ में पुलिस के सामने यह खुलासा किया है।

वारदात के बाद दोनों दरिंदे ताला लगाकर मौके से फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक इन दरिंदो से पूछताछ कर दरिंदगी के सुबूत जुटाने की कोशिश की जा रही है।

छानबीन के बाद पुलिस ने मनोज और प्रदीप के खून से सने कपड़े और अंडरगारमेंट भी बरामद कर लिए हैं। पुलिस दोनों से पूछताछ कर और सुबूतों को जुटाने की कोशिश करेगी।

मामने की छानबीन कर एक पुलिस आफीसर ने बताया कि मनोज के कमरे से पुलिस को ब्लू फिल्म की दो डीवीडी भी बरामद हुई हैं।

वह अक्सर किराए का डीवीडी प्लेयर लाकर ब्लू फिल्म देखा करता था। पुलिस ने अलग-अलग पॉलीथीन में बंधे मनोज और प्रदीप के पेंट, शॉर्ट और अंडरवियर भी बरामद किए हैं।

पूछताछ के दौरान यह भी पुलिस को पता चला कि मनोज की बीवी मासूम गुड़िया को अच्छी तरह जानती थी। वारदात से कुछ ही दिन पहले मनोज इस कमरे में आया था।

उस समय शिफटिंग की वजह से उसकी बीवी भी कमरे रहने आई थी। उसी दौरान कई बार गुड़िया उसकी बीवी के पास आई।तभी से वह उसे चाचा कहकर पुकारती थी।

मामले की जांच कर रहे एक पुलिस आफीसर ने बताया कि वारदात के बाद मनोज को पूरा यकीन था कि वह पकड़ा नहीं जाएगा।

पुलिस के मुताबिक गांधी नगर के एक मामले के अलावा बिहार में झगड़े के बाद भी वह जेल रहकर आया था। वहां उसे पता चला था कि वह पकड़ा जाएगा तो सिर्फ मोबाइल से पकड़ा जाएगा। इसलिए वारदात के बाद उसने सबसे पहले अपना मोबाइल ही बंद किया था।

मनोज को पता था कि उसका नया मकान मालिक भी उसे ज्यादा नहीं जानता है। मनोज तक पहुंचने के लिए पुलिस ने मनोज के पहले वाले फैक्टरी मालिक से पूछताछ की। वहीं से उसका मोबाइल नंबर मिला था। जिसके बाद मोबाइल कॉल डिटेल के बाद पुलिस उस तक पहुंची।

‍‍‍ बशुक्रिया: अमर उजाला