एक झटके में डूब गए दो लाख करोड़

जुमे को सेंसेक्स 769 के अदद‌ तक गीर‌ गया। 2009 के बाद की यह सबसे बड़ी गिरावट है। एक झटके में सर्मायाकारों के दो लाख करोड़ रुपए डूब गए। वजह चौतरफा थी। रुपया 61.65 पर पहुंच गया। अमेरिकी बाजार जमकर गिरे। बॉन्ड कमजोर पड़ गए। इसके बाद तो उम्मीदों ने बाजार को हिलाकर रख दिया।

रेपो रेट में बढ़ोतरी का डर, कच्चे तेल में तेजी की घबराहट से बिकवाली बढ़ती गई। हर खतरा बाजार को भारी लगने लगा। एनएसईएल संकट में पेमेंट फंसने का डर भी इसमें शामिल रहा। उधर सोना फिर महंगा हो गया।