रुपये की क़दर में आज तारीख की सब से बड़ी गिरावट दर्ज हुई और अब एक डालर 57.30 रुपय का हो गया है । कहा गया है कि ये भी आलमी मआशी सुस्त रवी का नतीजा है । रुपय की क़दर में गुज़शता दिनों क़दरे बहाली आई थी लेकिन आज इस में ज़बरदस्त गिरावट आ गई और इस की क़दर अब तक की सब से कम कीमत दर्ज की गई ।
बैरूनी फोरेक़्स मार्केटों में अमेरीकी डालर की कीमत में ना सिर्फ हिंदूस्तानी रुपया के मुक़ाबला में बल्कि यूरो और दीगर ( दूसरी) बड़ी क्रंसीयों के मुक़ाबला में भी इस्तिहकाम (बढत) हासिल हुआ है । कहा गया हैकि आलमी सतह पर बड़े बैंकों की रेटिंग में गिरावट आने के बाद ये सूरत-ए-हाल पैदा हुई है और डालर की क़दर में इज़ाफ़ा हुआ है ।
इसके इलावा अमेरीकी वफ़ाक़ी ज़ख़ाइर में भी जारीया साल अप्रैल की बनिसबत अब कमी कर दी गई है । हिंदूस्तान में रिज़र्व बैंक आफ़ इंडिया ने गुज़शता दिनों अपनी पालीसी पर नज़र-ए-सानी का ऐलान करते हुए शरह सूद में किसी तरह की तबदीली से गुरेज़ किया था ।
हिंदूस्तान के लिए फच् की जानिब से भी क्रेडिट रेटिंग में कमी दर्ज करते हुए उसे मनफ़ी ( रद्द) कर दिया गया था । आज कारोबार के आग़ाज़ के वक़्त हिंदूस्तानी रुपये की क़दर एक डालर के मुक़ाबला में 56.80 रुपये की थी लेकिन इस में मुसलसल गिरावट आती गई और बाद में 57.30 रुपय फ़ी डालर हो गई । आलमी तब्दीलियों का असर मुंबई स्टाक एक्सचेंज पर भी हुआ और स्टाक एक्सचेंज में 213.18 प्वाईंटस की गिरावट आई है ।