एक तस्वीर ऐसी भी, थानेदार सिराजुद्दीन ने घटों लाइन में लगकर बदले अपने नोट

मुरादाबाद: भारत के लोग यू तो हमेशा ही तरह तरह के टिकट और एटीएम से ले कर हॉस्पिटल तक लाइन में लगाने के आदि है. लेकिन कुछ लोग लाइन से बचने के लिए सत्ता और रासुक का इस्तेमाल करते हैं. ऐसा ही हाल भारत में नोट बैन के बाद से देखने को मिल रहा है. लोग  बैंक में घंटों लाइन में खड़े हो कर नोट बदलवा रहे हैं और एटीएम से पैसे निकाल रहे हैं.

लेकिन इनसब के बाद आज भी कुछ लोग सत्ता और रसूक का इस्तेमाल कर घर बैठे नोट बदलवाने कि तरतीब ढूंड राखी है.  बावजूद इसके मुरादाबाद के थानेदार सिराजुद्दीन ने आम लोगों के साथ भीड़ में घंटों खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार किया, और बाकी पुलिस और प्रशासन के लोगों के सामने एक शानदार उदाहरण पेश किया। मुरादाबाद जिले के थाना अध्यक्ष सिराजुद्दीन तकरीबन डेढ़ घंटे से अधिक लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे।

स्थानीय पत्रिका के अनुसार, सिराजुद्दीन लोगों के साथ घंटों खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार कर पैसे बदलें। इस बीच बैंक स्टाफ ने आकर कहा भी कि आप हमें फार्म भरकर दे दो। आपके रूपये आपके थाने भिजवा दिए जाएगें। इस पर सिराजूद्दीन ने कहा कि मेरे पास आज 30 रूपये बचे हैं। इसलिए आज में नोट बदलने बैंक आया हूं।

उन्होंने कहा कि मैं भी लाइन में लगकर ही अपने रूपये बदलूंगा। इस बात को देखकर मुरादाबाद पुलिस का एक नर्मदिल और सहयोगी चेहरा लोगों को देखने को मिला। इसके अलावा थाना इंचार्ज को अपने साथ लाइन में खड़ा देखकर खुश थे। नोटबंदी को लेकर बैंको के बाहर जबरदस्त भीड़ है इस अफरा-तफरी के माहौल में अगर कोई ऐसा उदाहरण पेश करता है तो वो एक मिसाल है।