बिहार के साबिक़ वजीरे आला लालू प्रसाद यादव ने जेल से रिहा होने के बाद दिये पहले इंटरव्यू में कहा कि एक दिन वह भी मुल्क के वजीरे आजम जरूर बनेंगे। लालू यादव ने उन दलीलों को भी मुकम्मील तौर से बकवास बताया कि अदालत की तरफ से मुजरिम करार दिये जाने से वजीरे आजम ओहदे की उनकी खयाल को रुकावट लग चुका है।
चारा घोटाले से जुड़े एक मामले में अदालत की तरफ से मुजरिम करार दिये जाने के बाद दो महीने जेल में बिता कर रिहा हुए आरजेडी सरबराह लालू यादव ने जुमा को चैनल टाइम्स नाउ को इंटरव्यू दिया। लालू ने कहा कि मेरा सियासी कैरियर खत्म नहीं हुआ है। हालांकि, उन्होंने बड़े दुखी मन से यह भी कुबूल किया कि अदालत के फैसले के बाद वह 2014 का लोकसभा इंतिख़ाब नहीं लड़ सकेंगे।
अपने खिलाफ तौविल कई दीगर मामलों के बारे में पूछे जाने पर लालू ने कहा कि वह बेगुनाह हैं और उन्हें इंसाफ जरूर मिलेगा। बदउनवाना के मामलों में कई लीडरों पर सवाल खड़े कर चुकी आम आदमी पार्टी के बारे में पूछे जाने पर लालू ने कहा कि हर किसी को आज़ादी है कि वह दूसरों पर उंगली उठा कर निकल जाये। उन्होंने आप पर निशाना साधते हुए कहा कि जो भी सियासत में आना चाहता है, वह दूसरों को गाली देना शुरू कर देता है। अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों को सियासत से दूर ही रहना चाहिए।
नरेंद्र मोदी के बारे में लालू ने कहा कि फिरका वाराना ताकतें इंतिख़ाब से ठीक पहले मोदी का मुखालिफत करनेवाले किसी भी सख्स के खिलाफ साजिश रच रही हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि मोदी और उनके लोग हर तरह से यह कोशिश कर रहे हैं कि लालू और कांग्रेस के दरमियान कोई इत्तीहाद ना हो। लालू यादव को सीबीआइ की खुसुसि अदालत ने चारा घोटाले मामले में गलत तरीके से 37.7 करोड़ रुपये निकालने के मामले में 5 साल की कैद और 25 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी थी। सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले की वजह से वह एमपी की रुकनीयत गंवा बैठे हैं। साथ ही, अगले 11 साल तक वह इंतिख़ाब भी नहीं लड़ सकेंगे।