हजरत अनस रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया, मस्जिद ए अक़सा और मेरी मस्जिद, इन दोनों की नमाज़ें पचास हज़ार नमाज़ों के बराबर है, मगर मस्जिद-ए-हराम की एक नमाज़ एक लाख नमाज़ों के बराबर है। (इब्न माजा)
हजरत अनस रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया, मस्जिद ए अक़सा और मेरी मस्जिद, इन दोनों की नमाज़ें पचास हज़ार नमाज़ों के बराबर है, मगर मस्जिद-ए-हराम की एक नमाज़ एक लाख नमाज़ों के बराबर है। (इब्न माजा)