एक बार फिर एनआईटी मणिपुर में बाहरी छात्रों पर हमला, दर्जनों घायल

पटना : एनआईटी मणिपुर में बिहार और अन्य राज्यों के छात्रों पर एक बार फिर हमला हुआ है. करीब 35 से अधिक घायल हुए हैं। घायल छात्रों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. कैंपस में बने मैदान में खेलने को लेकर हुए विवाद को लेकर स्थानीय लोगों ने छात्रों को जमकर पीटा। घटना में तीन छात्रों को गंभीर चोंटे लगी है।

मौके पर पहुंची पुलिस ने बिहार के एक दर्जन छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है। छात्रों ने गृह सचिव अमीर सुबहानी से फोन कर इसकी शिकायत की है और छात्रों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी से सुरक्षा की गुहार लगायी है। छात्रों ने मणिपुर से फोन कर बताया कि मामले में संस्थान के कुछ लोग भी स्थानीय लोगों का साथ दे रहे हैं।

घायल छात्रों ने हमले का वीडियो और घायल छात्रों की तस्वीर भेजी है. उन्होंने बिहार सरकार से मदद की गुहार लगायी है. छात्रों ने बिहार के गृह सचिव अामिर सुबहानी से बात कर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की. छात्रों ने कहा कि हर वर्ष बिहारी छात्रों के साथ मारपीट होती है.

उन्होंने फोन पर बताया कि एनआइटी मणिपुर कैंपस में स्थानीय लोग पिछले पांच दिनों से खेलने आ रहे थे. हर दिन एनआईटी के छात्रों खेलने नहीं खेलने दे रहे थे. अंत में रविवार को छात्रों ने स्थानीय लोगों को मना किया. इसके बाद सोमवार को तीन छात्र पटना के बोरिंग रोड के प्रांजल प्रसून, आरा के प्रीतम रजक और नालंदा के भरत बाहर कुछ समान खरीदने गये, इस दौरान उन्हें 20 स्थानीय लोगों ने घेर कर पीटना शुरू कर दिया, जिससे ये तीनों गंभीर रूप से घायल हो गये.

इसके बाद कॉलेज पहुंच कर छात्रों ने इसकी शिकायत की और सभी गैर मणिपुरी छात्र एकजुट होकर कॉलेज प्रशासन से सुरक्षा की मांग करने लगे. इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने स्थानीय पुलिस को बुला कर स्टूडेंट्स पर बल प्रयोग कराया. इसमें 32 से अधिक छात्र घायल हो गये. वहीं 16 छात्रों को पुलिस गिरफ्तार कर ले गयी. इसके बाद से कैंपस में तनाव है. छात्रों ने आरोप है कि स्थानीय लोगों के हमले के बाद कॉलेज प्रशासन ने कोई मदद नहीं की और उसके इतर कॉलेज प्रशासन ने पुलिस प्रशासन को बुला कर छात्रों को पिटवाया.