एक बैंक एकाउंट पर 17 गैस कनेक्शन दर्ज

गैस सब्सिडी मंसूबा (पहल) से उन लोगों की पोल खुलने लगी है, जो एक या उससे ज़्यादा कनेक्शन रखते हैं और सब पर सब्सिडी का फायदा उठा रहे हैं। पहले मरहले में जिले में ऐसे 2500 कनेक्शन की निशानदेही किये गये हैं, जिनमें एक एकाउंट नंबर पर एक से ज़्यादा गैस कनेक्शन हैं। एक एकाउंट पर तो 17 कनेक्शन का मामला सामने आया है। इस एकाउंट पर लगभग सभी तबके से जुड़े लोगों के नाम दर्ज हैं।

गैस कंपनी के अफसरों का कहना है कि ऐसे कनेक्शन अब खुद ही सर्वर से बंद हो जायेंगे। इसके लिए जून के आखिर तक का वक़्त तय किया गया है। इसके बाद जांच का अगला दौर शुरू होगा, जिसमें आधार कार्ड से बैंक एकाउंट की जांच की जायेगी। अगर किसी ने आधार कार्ड पर एक से ज़्यादा गैस कनेक्शन कराये हैं, तो उसका पता चलेगा।

तीसरे मरहले में सभी गैस कंपनियां आपस में डाटा चेक करेंगी, तब एक ही सरफीन का अलग-अलग कंपनियों से जारी कनेक्शन की पोल भी खुल जायेगी। इसके बाद चौथे व आखरी मरहले में लोगों के घरों की जांच की जायेगी और वहां पर उनके गैस कनेक्शन का तसदीक़ होगा।

पहले मरहले यानी एकाउंट की जांच के दौरान बिहार में 18 कनेक्शन का मामला सामने आया है। ये अदाद सिर्फ इंडियन ऑयल का है। दीगर कंपनियों की तरफ से इसकी जांच की जा रही है। जिले में तकरीबन 3.27 लाख गैस कनेक्शन हैं, जिन्हें सारफीन ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसीएल), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपी) व भारत पेट्रोलियम से ले रखा है।

सब्सिडी मंसूबा के तहत सारफीन ने जो बैंक अकाउंट नंबर दिया था। कंपनी के सॉफ्टवेयर ने जांच में पकड़ा कि सारफीन के पास दो-तीन से लेकर चार से ज़्यादा कनेक्शन हैं जिसमें सारफीन के नाम अलग-अलग हैं लेकिन उनका बैंक अकाउंट एक है।

मीनापुर वाकेय आइओसीएल की गैस एजेंसी संजय इंडियन में एकाउंट नंबर- 32069539773 दर्ज हैं। इसी एकाउंट को महेश सोनी राय, चंदन कुमार साह, जवाहर राम, कपिलदेव साह, लक्ष्मण यादव, अब्बास अंसारी, मो मुस्तफा, मोहन कुमार सिंह, ब्रजेश कुमार, मीना कुमारी, अनिल पासवान, हीरा देवी, लक्ष्मण भगत, जय राम, पंकज राम, दीपलाल भगत, राज कुमार यादव, जीतू पासवान व भूली यादव ने अपने कनेक्शन में रजिस्टर कराया है, जिससे उनके एकाउंट में सब्सिडी जा सके.