नई दिल्ली 18 नवंबर
प्याज, दाल के बाद अब टमाटर के दाम आसमान छूने लगे हैं। टमाटर के दाम करीब एक महीने में ही 50 फीसदी बढ़कर 62 रुपए किलो हो गये। सरकार के मुताबिक है कि नई फसल आने के साथ कीमतें नरम पड़ने की संभावना है। टमाटर की कीमतें देश के कई हिस्सों में बढ़ी हैं, वहीं खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि ज़रूरी चीज़ों की दस्तयाबी और जरूरी उपायों की जायज़ा के लिए कल एक आला बैठक होगी।
दिल्ली में 41 रुपए से 62 रुपए हुई कीमतें
दिल्ली में टमाटर का भाव एक महीने पहले के 41 रुपए किलो से बढ़कर अब 62 रुपए किलो हो गया है। खास शहरों में टमाटर का औसत भाव महीना भर पहले के 30 रुपए से बढ़कर 50 रुपए किलो हो गया। एक सरकारी बयान के मुताबिक पिछले सप्ताह प्याज और टमाटर की कीमतों में मामूली तौर पर दक्षिणी राज्यों से फराह्मी में रुकावट की वजह से हुई है। दक्षिणी राज्यों से आपूर्ति में बाधा का कारण पिछले एक सप्ताह के दौरान वहां भारी बरसात का होना है।
बढ़ती कीमतों पर सरकार की नजर
केन्द्र ने कहा कि वह विगत कुछ दिनों में प्रतिकूल मौसम को देखते हुए आवश्यक कमोडिटी की दरों पर दबाव के मद्देनजर मांग एवं आपूर्ति की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है। बयान में कहा गया है, की मांग और आपूर्ति के अंतर के कारण सितंबर से दिसंबर के दौरान कीमतों में मामूली वद्धि हुई है। सरकार कीमतों में असामान्य वद्धि को रोकने और आवश्यक जिंसों की पर्याप्त उपलब्धता को सुनिश्चित करने के मकसद से तत्काल कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकारों के साथ नजदीकी के साथ काम कर रही है।
दलहन की कीमतों में आई गिरावट
सरकार ने कहा कि प्याज की कीमत सप्ताह भर पहले के 36.82 रुपए से बढ़कर 37.52 रुपए प्रति किलो हो गई। इसी प्रकार टमाटर की कीमत 43.18 रुपए प्रति किलो है जो सप्ताह भर पहले 35.23 रुपए किलो थी। दलहनों में अरहर दाल की कीमत अब 151.67 रुपए किलो हो गई है जो पहले 149.91 रुपए किलो थी। जबकि उड़द दाल की कीमत बढ़कर 141.47 रुपए किलो हो गई जो कीमत सप्ताह भर पहले 137.06 रुपए किलो थी।
कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार कर रही उच्च स्तरीय बैठक
बयान में कहा गया है, की आवश्यक जिंसों की उपलब्धता और उनके कीमतों की समीक्षा करने तथा जरूरी उपायों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक 18 नवंबर को होनी तय है। बैठक में दलहनों के लिए जमाखोरी रोधी अभियान और उचित कीमत पर इसकी उपलब्धता की स्थिति बनाने के लिए राज्यों द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा की जायेगी। बैठक में बफर स्टॉक बनाने के ध्येय से दलहनों की खरीद की दिशा में हुई प्रगति की भी समीक्षा की जायेगी।
त्यौहार के चलते घाटी टमाटर की सप्लाई
आजादपुर मंडी के कुछ व्यापारियों ने उम्मीद जताई है कि आपूर्ति बढ़ने के बाद
जल्द ही टमाटर की थोक बिक्री कीमत में गिरावट आयेगी। आजादपुर मंडी के एक व्यापारी सुभाष चुक ने कहा,त्यौहारों की छुट्टियों के कारण पिछले सप्ताह टमाटर की आपूर्ति में काफी कमी आई है और इसके परिणामस्वरूप कीमतें काफी बढ़ी हैं।
थोक मंडी में टमाटर पहुंच 35 रुपए प्रति किलो
उन्होंने कहा कि थोक बाजार में उच्च गुणवत्ता वाला टमाटर आज 20 से 25 रुपए किलो बिक रहा था जो कीमत कल 30 से 35 रुपए किलो थी। उन्होंने कहा, आने वाले दिनों में आपूर्ति में सुधार आने के कारण कीमतों के कम होने की उम्मीद है।
जमाखोरी पर होगी समीक्षा
बैठक में दलहनों के लिए जमाखोरी विरोधी अभियान और उचित कीमत पर इसकी उपलब्धता की स्थिति बनाने के लिए राज्यों द्वारा उठाये गये कदमों की समीक्षा की जायेगी। बैठक में दलहन के बफर स्टॉक को बनाने के लिए दलहनों की खरीद की दिशा में हुई प्रगति की भी समीक्षा की जायेगी।
केंद्र सरकार दलहन का बढ़ाएगी स्टॉक
केन्द्र सरकार ने दलहन कीमतों में असामान्य वद्धि की स्थिति में बाजार में हस्तक्षेप करने के ध्येय से दलहनों का बफर स्टॉक बनाने का फैसला किया है। फसल वर्ष 2014.15 में दलहन का उत्पादन घटकर 1.72 करोड़ टन रहने के कारण दलहन कीमतें बढ़कर 200 रुपए प्रति किलो से उपर तक पहुंच गई हैं। उत्पादन पिछले साल 1.925 करोड़ टन रहा था।