वजीरे आला नीतीश कुमार ने इतवार को खुसुसि रियासत के दर्जे की मुताल्बात को लेकर लोगों से दो मार्च को बिहार बंद में शामिल होने की दरख्वास्त की और कहा कि लोग अगर बिहार की तरक़्क़ी तेज रफ्तार करना चाहते हैं, तो एक मार्च की शाम अपने घर के आगे निकल जायें और बरतन बजायें, ताकि इसकी आवाज से मर्कज़ हुकूमत की नींद उड़ जाय़े वजीरे आला केएमडी कॉलेज, परबत्ता के मैदान में अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के इफ़्तिताह तकरीब को खिताब कर रहे थे।
यह पुल गंगा नदी पर 1710.77 करोड़ की लागत से बनेगा। वजीरे आला ने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत हमेशा से दोरंगी पॉलिसी पर काम कर रही है़ लेकिन, बिहार के लोग अब कमजोर नहीं हैं। वे अपना हक लेकर रहेंग़े इसके लिए एक बार फिर से तहरीक किया जायेगा़ दो मार्च को हमने बिहार बंद बुलाया है।
आप तमाम लोग इसमें शामिल होकर मर्कजी हुकूमत को बतायें कि अब आप किसी से कमजोर नहीं हैं। हम गांधीवादी तरीके से तहरीक करना चाहते हैं, इसलिए इस तहरीक में किसी को जबरन शामिल नहीं करना चाहत़े कुमार ने कहा कि बिहार अब तरक़्क़ी कर रहा है़ सड़क, पुल, सेहत की सहूलत, बिजली लोगों को मिल रही है़ अब लोगों को रोजगार चाहिए़ इसके लिए हमने मर्कज़ हुकूमत से खुसुसि रियासत का दर्जा मांगा़ वसायल के अदम मौजूदगी में अभी जैसे काम हो रहा है, वैसे में बिहार को क़ौमी औसत तक पहुंचने में 25 साल लगेंग़े क्या यह इंतजार हो सकेगा़ तरक़्क़ी को एक ऐसी छलांग देने की जरूरत है, जिससे की बिहार के लोगों की जरूरतें पूरी हो सके। यह तभी हो सकेगा, जब बिहार को मर्कजी हुकूमत खुसुसि रियासत का दर्जा देगी।