सिआसत हिंदी में हम आज आपको जिस शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं वो यूं तो आम है लेकिन उसकी एहमियत बहुत ज़्यादा है. एक हीरो जो जंग के मैदान में अपनी जान गंवा बैठा.
करीम रशद सुल्तान खान का जन्म 12 फरवरी 1987 को न्यू जर्सी में हुआ थ. करीम अमेरिका के हज़ारों मुसलमानों की तरह ही एक सच्चे देशभक्त थे और उन्होंने मुल्क के लिए जंग के मुश्किल मैदान में हौसलों से लड़ते हुए अपनी क़ुर्बानी दे दी. ऑपरेशन इराक़ी फ्रीडम के दौरान उनकी मौत हुई. उन्हें ब्रोंज़ स्टार और पर्पल हार्ट दिया गया है. उनके पिता का नाम फेरोज़ खान और माँ का नाम एल्शेबा खान है. करीम देश की सेवा में कम उम्र में ही फ़ौज में भारती हो गए और उसके पीछे उन लोगों को जवाब देना भी था जो कुछ एक मुसलमानों की बुरी हरकतों की वजह से पूरे मुसलमानों को बुरा भला कहते फिरते हैं.उन्हें जुलाई 2006 में इराक़ भेजा गया. खान 6 अगस्त 2007 को अपने तीन साथियों के साथ इराक़ में एक मुहीम के दौरान शहीद हो गए. शहादत के बाद उन्हें कोपोरल की रैंक दी गयी.