एक रुपये में बिक रहा है पांच किलो प्याज, किसानों में कोहराम!

नई दिल्ली। गुजिश्ता साल 70 रुपये किलो के भाव से बिकने वाली प्याज का दाम मध्यप्रदेश की मंडियों में 20 पैसे प्रति किलो तक गिर गया है। रियासत की नीमच मंडी में एक रुपये में 5 किलो के भाव बिकने वाली प्याज किसानों को खून के आंसू रुला रही है।
नीमच के पास डीकेन गांव के दयाराम पाटीदार ने 2 एकड़ में प्याज की खेती की थी। सोचा था अच्छे दाम मिलेंगे तो खेत में ट्यूबवेल लगवाएंगे। लेकिन जब ये नीमच मंडी में अपनी फसल लेकर आए, तो उनके पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई। इस हफ्ते नीमच में प्याज 20 से 30 पैसे किलो बिक रही है। दयाराम पाटीदार का कहना है कि हम इतनी मेहनत से फसल पैदा करते हैं और इसका ये नतीजा निकलता है। 20 पैसे किलो के भाव तो खर्चा भी नहीं निकलता, जो इसे उगाने में लगता है।
एक रुपये में बिक रहा है पांच किलो प्याज, किसानों में कोहराम! किसान रामेश्वर कुमार का कहना है कि प्याज का बीज बाजार में 100 रुपये से लेकर 200 रुपये में मिलता है, लेकिन जब हम प्याज मंडी में बेचने आते हैं तो उसका दाम 1 रुपये से भी कम हो जाता है, क्यों?
 
वहीं एक दूसरे किसान राहुल का कहना है कि जब हम गांव से प्याज मंडी लेकर आते हैं तो आने का भाड़ा भी हमें नहीं मिल पा रहा इसलिए मंडी में हम लोग प्याज फेंककर जा रहे हैं। अब ये मैथ्स  किसानों की समझ से परे है कि जब फसल आती है तो दाम जमीन पर क्यों गिर जाते हैं और सारा माल कारोबारियों के गोदाम में पहुंचा जाता है। एक और किसान रामेश्वर कुमार का कहना है कि प्याज का बीज बाजार में 100 रुपये से लेकर 200 रुपये में मिलता है, लेकिन जब हम प्याज मंडी में बेचने आते हैं तो उसका दाम 1 रुपये से भी कम हो जाता है, क्यों?
वहीं कम दाम के लिए कारोबारी बंपर फसल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। प्याज कारोबारी सत्येंद्र लाठी का कहना है कि आवक अच्छी है इसलिए दाम में गिरावट आई है। अब सवाल ये है कि जब प्याज का दाम आसमान छूते हैं तो पूरे मुल्क़ के राजनेता जुबानी जंग में कूद पड़ते हैं, लेकिन जब किसानों को लागत निकालना मुश्किल हो रहा है तो कोई पूछने भी नहीं आ रहा!