एचआइवी मुतासेरिन को तीन रुपये किलो चावल

पटना 27 मई : एचआइवी मुतासेरिन को सस्ते शरह पर अनाज दिया जायेगा। ग़ुरबत की लकीर से नीचे के एचआइवी शिकार रुकन के घरवालों को अंत्योदय मंसूबा का फायदा मिलेगा। ऐसे खानदान को आवामी तकसीम निजाम के दुकान से महाना 35 किलो अनाज दिया जायेगा। तीन रुपये किलो की शरह से चावल व दो रुपये किलो की शरह से गेहूं मिलेगा।

मेडिकल सर्टिफिकेट लाजमी

खाने और सार्फीन हिफाज़त के महकमा की तरफ से तमाम जिला अफसरों को गुजिस्ता दिनों ख़त भेज कर ऐसे खानदानों की शिनाख्त कराने के लिए कहा गया है। बीपीएल खानदानों से जुड़े एचआइवी मुतासेरिन की अलग से फेहरिस्त तैयार की जायेगी, जिन्हें अंत्योदय मंसूबा का फायदा दिलाया जा सके। फिलहाल, रियासत में अंत्योदय मंसूबा के तहत 25 लाख खानदानों को सस्ती शरह पर महाना 35 किलो अनाज दिये जा रहे हैं। अंत्योदय मंसूबा में शामिल होने से एचआइवी मुतासेरिन खानदानों को राहत मिलेगी। मंसूबा का फायदा लेने के लिए मुतासिर खानदान के रुकन को तबी सर्टिफिकेट दिखाना होगा। एसडीओ के सतह से इन खानदानों को अलग से राशन कार्ड दस्तयाब कराया जायेगा। फेहरिस्त तैयार होने के बाद जल्द ही अंत्योदय मंसूबा का फायदा मिलने लगेगा।

55 हजार एचआइवी शिकार

रियासत में एचआइवी मुतासिरिन की तादाद तकरीबन 55 हजार है। इनमें करीब 40 हजार बीपीएल खानदानों से आते हैं। बीपीएल खानदानों को महाना आवामी तकसीम निज़ाम की दुकान से 25 किलो अनाज दिया जाता है। अंत्योदय मंसूबा में शामिल होने पर 10 किलो ज्यादा अनाज मिलेगा। बीपीएल खानदान को 15 किलो चावल 6.76 रुपये फी किलो की शरह से मिलते हैं। 10 किलो गेहूं 5.22 रुपये फी किलो की शरह से दिये जाते हैं।

अंत्योदय मंसूबा के तहत तीन रुपये की शरह से 21 किलो चावल और दो रुपये किलो की शरह से 14 किलो गेहूं महाना देने का तजवीज़ है।