रियासती हुकूमत ने एक बड़ा फैसला लिया है। इंतिख़ाब के ऐलान के पहले यह फैसला लिया गया है। हथियार डालने वाले नक्सलियों को पुलिस में नौकरी देने की सिफ़ारिश की गयी है। डीजीपी राजीव कुमार ने इस इरादे से एक खत पांच मार्च को दाखिला सेक्रेटरी एनएन पांडेय को लिखा है। हुकूमत के इस फैसले की जानकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सात मार्च को मर्कज़ी दाखला वुजरा को दी जाएगी।
जुमा को इस सिलसिले में तौसिह जानकारी भारत सरकार के अफसर लेंगे, जिसमें एसआरइ, लोक सभा इंतिख़ाब की तैयारी और अहम सख्स की सेक्युर्टी निज़ाम पर सवाल किया जाएगा। इस मौके पर कैबिनेट सेक्रेटरी भी रहेंगे।
ए जमरे के नक्सली अगर हथियार डालेंगे तो उनपर रकम के तौर पर ईनाम के अलावा पांच लाख रुपया उन्हें अलग से दिया जाएगा। वहीं बी जमरे के नक्सली को उनके ऊपर ऐलान ईनाम के अलावा ढाई लाख की रकम अलग से दी जाएगी।
तरबियत का इंतेजाम : एतेराफ़ करने वाले नक्सली जब जेल में होंगे तो उन्हें बेहतर तरबियत का इंतेजाम की जाएगी, ताकि वे अपने पैर पर खड़े हो सकें। फिलहाल यह रकम तीन हजार रुपया माहाना है, जिसे बढ़ाकर पांच हजार रुपया करने की तवजीज है।
इंसुरेंस : एतेराफ़ करने वाले नक्सलियों की इंसुरेंस हुकूमत कराएगी, जो पांच लाख रुपए की होगी। नक्सलियों के खानदान के पांच मेंबरों का भी इंसुरेंस होगा, जो एक-एक लाख रुपया का होगा। इसकी प्रीमियम की रकम भी हुकूमत भरेगी।
बच्चों की तालीम : एतेराफ़ करने वाले नक्सलियों के बच्चों बेहतर स्कूल में पढ़ेंगे। इसके लिए क्लास एक से पांच तक पढ़ने वाले बच्चों को सालाना 10 हजार रुपया, क्लास छह से सात तक में पढ़ने वाले को सलाना 12 हजार रुपया, क्लास आठ से 10 में पढ़ने वाले बच्चों को 15 हजार रुपया सालाना, क्लास 11 से 12 में पढ़ने वाले बच्चों को 20 हजार रुपया और ग्रेजुएशन करने वाले बच्चों को 25 हजार रुपया सलाना तालीम फीश के तौर में देने की तजवीज है।
रिहाहीशगाह : एतेराफ़ करने वाले नक्सलियों को अगर ज़मीन फराहम कराने में हुकूमत को दिक्कत होगी तो उन्हें उनकी ख्वाहिस के मुताबिक शहर में रहने के लिए मकान किराए के तौर में हर माह 15 सौ रुपया दिया जाएगा। ताकि इनके अहले खाना शहर में रहें। यह रकम 10 सालों तक देय होगी।
कानूनी मदद : हुकूमत एतेराफ़ करने वाले नक्सलियों को कानूनी मदद दस्तयाब कराएगी। इसके लिए हर जिला में अलग से फंड की निज़ाम की जा रही है ताकि वकीलों को अलग से अदायगी किया जा सके।