एनआइए डीआइजी साजिद रांची पहुंचे

एनआइए के तेजतर्रार डीआइजी साजिद साबू पीर को रांची पहुंचे। यहां डीआइजी ज्योति कुमार की कियादत में एनआइए की एक टीम पहले से कैंप किए हुए है। हाल के दिनों में मुश्तबा के खिलाफ सबसे ज़्यादा कामयाबी रांची और आसपास के इलाकों में ही मिली है। इतवार को एनआइए की टीम सीठियो गांव जाकर तरबियत मुकाम का जायजा लिया था। पीर को एक और डीआइजी को रांची आना पड़ा है।

मंगल को एनआइए किसी बड़े मुहिम को अंजाम देगी। हैदर के बयान पर पड़ताल 26 मई को दिल्ली में नरेंद्र मोदी हुकूमत का हलफबरदारी तकरीब था। इसके ठीक दो दिन पहले हैदर उर्फ ब्लैक ब्यूटी समेत दो मुश्तबा रांची, जबकि दो डालटेनगंज से पकड़े गए थे। एक डॉक्टर की निशानदेही पर हैदर का लैपटॉप भी मिला था। आने वाले दिनों में क्या कुछ करना था, इसकी पूरी जानकारी है। साथ ही मुल्क के अहम मजहबी मुकाम की भी जानकारी है।

उसकी रेकी भी करने की बात हैदर ने कुबूली है। इसके लिए भी तरबियत रांची मेंदेश के दूसरे शहरों में धमाका करने के लिए रांची मॉडयूल को खड़ा किया जा रहा था। वक्त रहते एनआइए ने इसका खुलासा कर लिया। अब एनआइए उन नौजवानों की तलाश कर रही है जो मुश्तबा के करीबी थे। आधा दर्जन से ज़्यादा मोबाइल नंबर भी मुश्तबा के पास से मिले हैं। उन नंबरों की सीडीआर की बुनियाद पर लोगों से पूछताछ की जा रही है।

पटना-बोधगया धमाका का हो चुका है खुलासा एनआइए की टीम पटना और बोधगयाय के धमाकों का खुलासा कर चुकी है। यहीं नहीं धमाकों में शामिल ज़्यादातर मुल्ज़िम की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। रांची मॉडयूल के मुश्तबा दहशतगर्दों ने ही ब्लास्ट को अंजाम दिया था।