एनडीए और यूपीए दोनों ने पर्यटन क्षेत्र को नज़रअंदाज़ किया : शशि थरूर

पूर्ववर्ती यूपीए सरकार को उसके अपने ही सांसद शशि थरूर ने आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली मौजूदा एनडीए सरकार के साथ-साथ उसकी पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने भी पर्यटन के सभी महत्वपूर्ण क्षेत्र की अनदेखी की है.

केरल से सांसद थरूर ने कहा पर्यटकों को आकर्षित करने वाले बुनियादी ढांचे के विकास में भारत धन का निवेश नहीं कर रहा है.

मंगलवार को समाप्त हुए एक साहित्य महोत्सव ‘पेंगुइन फीवर 2017’ में थरूर ने कहा, “मुझे आश्चर्य हो रहा है कि मेरी अपनी सरकार और मौजूदा एनडीए सरकार, दोनों ही इस तथ्य से बेखबर हैं कि विभिन्न अध्ययनों में ऐसा पाया गया है कि पर्यटन में एक हजार डॉलर का निवेश करने पर, निर्माण क्षेत्र के मुकाबले आठ गुना ज्यादा लोगों को इस क्षेत्र में रोजगार मिल सकता है.”

प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल तथा लेखक गुरचरन दास की उपस्थिति में एक पैनल चर्चा ‘द राइज आफ द एलीफैंट’ में थरूर ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने से इस क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा.

पूर्व मंत्री ने कहा, “हमारे यहां एक साल में जितने विदेशी पर्यटक आते हैं उसकी अपेक्षा दुबई और सिंगापुर में एक दिन में लोग पहुंचते हैं. यह स्पष्ट है कि लंबे समय से हम इस अवसर को खोते जा रहे हैं.”

उन्होंने हैरत जताते हुए कहा कि विश्व बैंक की ‘डूइंग बिजनेस 2018’ रिपोर्ट पर खुश होने वाली क्या बात है. इसमें यह कहा गया है कि हमारे देश का दर्जा 190 देशों की सूची में ‘ईज आफ डूइंग बिजनेस’ सूचकांक में 130 वें स्थान से सुधर कर 100 वें नंबर पर पहुंच गया है.

उन्होंने कहा, “मोदी ने हमसे वादा किया था कि उनकी सरकार बनने के दो साल के भीतर इस सूचकाकं में हम शुरुआत 50 में जगह पा लेंगे जबकि सचाई यह है कि चार साल के बाद भी हम 100 वें स्थान पर हैं.”

उन्होंने कहा, “जब भारत के प्रधानमंत्री एक लक्ष्य की घोषणा करते हैं और शानदार तरीके से विफल होते हैं…यह इस बात पर ध्यान देने योग्य है कि इससे पहले कि हम इस पर बहुत अधिक जश्न मनाएंगे.”