नई दिल्ली
नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ( एन आई ए ) ने दावा किया है कि एक अफ़्ग़ानी बिज़नसमैन मुबय्यना तौर पर महाराष्ट्र के नौजवानों को ख़ौफ़नाक दहशतगर्द तंज़ीम आई एस आई एस में शमूलीयत की तरग़ीब दे रहा था। इस ज़िमन में एन आई ने ने अफ़्ग़ानिस्तान से उस शख़्स के बारे में इब्तेदाई अदालती दरख़ास्त रुजू करते हुए तफ़सीलात तलब की है।
सरकारी ज़राए ने कहा कि ये अफ़्ग़ान शहरी जिस का नाम मख़फ़ी रखा गया है हिन्दुस्तान में ख़ुशक की तिजारत किया करता था और मुंबई के पड़ोसी इलाक़ा कल्याण में चार मुसलमानों से रुजू होते हुए दहशतगर्द ग्रुप आई एस आई एस में शमूलीयत केलिए ज़हन साज़ी कररहा था ताहम गुज़िशता नवंबर में तुर्की से मुल्क बदर किए जाने वाले हिन्दुस्तानी नौजवान उरेब मजीद को एन आई ए की तरफ़ से गिरफ़्तार किए जाने के बाद वो पुरासरार तौर पर लापता होगया। बावर किया जाता है कि वो दिसम्बर में दिल्ली से बाहर चला गया था।
ज़राए ने कहा कि मकतूब दरख़ास्त को वज़ारत-ए-दाख़िला की मंज़ूरी हासिल होगई है । आइन्दा हफ़्ता हुकूमत अफ़्ग़ानिस्तान को रवाना कर दिया जाएगा जिस में एन आई ए ने हुकूमत अफ़्ग़ानिस्तान से दरख़ास्त की है कि वो उस शख़्स का पता बैंक खातों की तफ़सीलात इस मुल्क और ख़लीजी ममालिक में इस के दोस्तों के नाम और काल डाटा रिकार्ड फ़राहम किए जाएं ।