एन आर एच एम घोटाला : आइ ए एस अफ़्सर ( अधिकारी) प्रदीप शुक्ला हिरासत में

उत्तर प्रदेश में सुर्ख़ीयों में रहने वाले नैशनल रूरल हेल्थ मिशन (एन आर एच एम) घोटाले(Scam) में इंडियन ऐड्मिनिस्ट्रेटिव सर्विस (आई ए एस) के सीनीयर अफ़्सर प्रदीप शुक्ला को आज यहां मर्कज़ी तफतीशी ब्यूरो (सी बी आई) ने हिरासत में ले लिया।

मिस्टर शुक्ला को अमौसी एयर पोर्ट से उस वक़्त हिरासत में लिया गया जब वो दिल्ली जाने की कोशिश में थे। सी बी आई एन से पूछताछ कर रही है। हज़ारों करोड़ रुपये के एन आर एच एम घोटाले में अब तक हिरासत या गिरफ़्तार किए गए लोगों में मिस्टर शुक्ला सबसे बड़े अफ़्सर हैं वो मायावती हुकूमत के दौरान सेहत-ओ-ख़ानदानी बहबूद (भलाइ, कल्याण) के महकमे के चीफ़ सेक्रेटरी थे। सी बी आई इन से कई बार पूछ ताछ कर चुकी है।

सी बी आई को इस बात का शक था कि मिस्टर शुक्ला घोटाले में शामिल हो सकते हैं। ज़राए ( ) ने पूछताछ के बाद इन की गिरफ़्तारी को ख़ारिज अज़ इम्कान (सम्भाव् क़रार नहीं दिया है।इस से क़बल छः मई को देर रात लखनऊ के साबिक़ चीफ़ मेडीकल अफ़्सर डाक्टर ए के शुक्ला को सी बी आई ने ख़ानदानी बहबूद (भलाई, उन्नती ) के महकमे के साबिक़ चीफ़ मैडीकल अफ़्सर विनोद आर्या के क़त्ल की साज़िश रचने के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया था।

सी बी आई की ख़ुसूसी अदालत के हुक्म पर डाक्टर ए के शुक्ला आज से दो दिनों की पुलिस रीमांड पर हैं। डाक्टर आर्या का 27 अक्तूबर 2010 को सुबह चहलक़दमी ( टहलने ) करते वक़्त क़त्ल कर दिया गया था। इस के बाद 2 अप्रैल 2011 को उन के जांनशीन बनने वाले डाक्टर वी पी सिंह का भी क़त्ल कर दिया गया था।

इन दोनों के क़त्ल के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार डिप्टी चीफ़ मेडीकल अफ़्सर डाक्टर वाई एस सचान इसरार (गुप्त) हालत में जून 2011 में जेल के अंदर मौत हो गई थी। इन आर एच एम से मुताल्लिक़ घोटाले में मुबय्यना तौर (उक़्त/ कहे के मुताबिक) पर मुलव्वस अब तक छः अफ़राद की मौत हो चुकी है।

सी बी आई के ज़राए के मुताबिक़ अब साबिक़ ( पूर्व) वज़ीर-ए-सेहत अनंत कुमार मिश्रा और डाक्टर ए के शुक्ला के मीयाद कार (मुद्दत वक़्त) में डिप्टी चीफ़ मेडीकल अफ़्सर के ओहदे पर फ़ाइज़ रहने वाले एक डाक्टर पर तफतीशी ( जाँच) एजेंसी की नज़र है। सी बी आई इन दोनों से कई बार पूछताछ कर चुकी है।