एन डी ए में किसी भी कीमत पर वापसी की तरदीद

जनतादल (यू) ने आज एन डी ए में वापसी के बारे में अपने अंदाज़-ए-फ़िक्र पर नज़रेसानी करने से इनकार करदिया, चाहे बी जे पी नरेंद्र मोदी को विज़ारत-ए-उज़्मा की उम्मीदवारी से अलाहदा क्यों ना करदे। जे डी यू के जनरल सेक्रेटरी के सी त्यागी ने एक ख़ुसूसी इंटरव्यू में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बी जे पी ज़ेरे क़ियादत एन डी ए को इंतेख़ाबात के बाद अपने साबिक़ हलीफ़ों की ताईद की ज़रूरत होगी ताकि हुकूमत तशकील दे सके, लेकिन जे डी (यू) एन डी ए में दुबारा शमूलियत पर किसी सूरत में ग़ौर नहीं करसकती।

जून 2013 में सूरत-ए-हाल मुख़्तलिफ़ थी। पार्टी ने बी जे पी का साथ इस लिए दिया था कि विज़ारत-ए-उज़्मा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी नहीं थे। उन्होंने कहा कि नायब सदर कांग्रेस राहुल गांधी सैकूलर ज़म के लिए ख़तरा नहीं हैं, क्योंकी वो ख़ुद सैकूलर हैं जब कि इस के बरअक्स मोदी सेकूलर ज़म के लिए एक ख़तरा हैं। कांग्रेस के साथ इत्तेहाद के बारे में सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वो इस इमकान को ना तो मुस्तर्द करसकते हैं और ना ही उसकी तौसीक़ करसकते हैं। ये सवाल इंतेख़ाबात के बाद ही पैदा होगा।