एन डी ए हुकूमत मुवाफ़िक़ मज़दूर क़वानीन में तबदीली ज़रूरी

हैदराबाद 28 जून:मर्कज़ की एन डी ए हुकूमत ने अपने तजवीज़ करदा लेबर इस्लाह की और कहा कि मुल्क की ज़रूरीयात के मुताबिक़ क़वानीन को बदलने की ज़रूरत है।

हुकूमत ने ये भी वाज़िह किया कि वो वर्कर्स की फ़लाह-ओ-बहबूद की पाबंद है और उन का इस्तिहसाल रोकना चाहती है। अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए मर्कज़ी वज़ीर लेबर बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि लेबर इस्लाहात जो मर्कज़ी हुकूमत ने तजवीज़ किए हैं इन का मक़सद वर्कर्स की मदद करना है और उन के तहफ़्फ़ुज़ पर कोई समझौता नहीं किया आयगा।

उन्होंने कहा कि मौजूदा वक़्त की मुताबिक़त में और मुल्क की ज़रूरीयात के मुताबिक़ क़वानीन में कुछ तबदीलीयां ज़रूरी हैं क्युंकि वज़ारत लेबर का ये एहसास हैके ये क़वानीन तवील वक़्त से मौजूदा हालत में हैं।

उन्होंने कहा कि वज़ारत लेबर ने क़वानीन को सहल बनाने और वक़्त की ज़रूरत के मुताबिक़ बनाने की जो तजवीज़ पेश की है उन से वर्कर्स के हुक़ूक़ तलफ़ नहीं होंगे बल्कि उनके नतीजे में जवाबदेही और शफ़्फ़ाफ़ियत को यक़ीनी बनाया जाएगा।

बंडारू दत्तात्रेय जुनूबी हिंद की रियासतें के वुज़राए लेबर-ओ-ओहदेदारों की इलाक़ाई कांफ्रेंस से ख़िताब करने के लिए आए थे। उन्होंने कहा कि हम चार लेबर कोडज़ लाना चाहते हैं। लेबर कोड बहुत ही एहमीयत के हामिल हैं। इन में एक उजरतों से मुताल्लिक़ होगा। मज़दूरों को जो उजरत दी जा रही है वो बहुत ही पेचीदगी से भरा अमल है। हम चाहते हैंके उजरतों को एक ही कोड के तहत लाया जाये।