दाख़िली सलामती को बिगाड़ने वाले आला कारों के ख़िलाफ़ ख़बरदार करते हुए क़ौमी सलामती के मुशीर शिव शंकर मेनन ने एन सी टी सी की भरपूर वकालत की और इस की मुख़ालिफ़त करने वालों से कहा कि इस बारे में फ़ैसला करने में मज़ीद ताख़ीर नहीं होनी चाहीए । इन्होंने दहश्तगर्दी के नए ख़तरात से निमटने के लिए एन सी टी सी को ज़रूरी क़रार दिया और कहा कि इस तजवीज़ के ताल्लुक़ से आम तौर पर जो रद्द-ए-अमल देखा जा रहा है वो ग़ैर इतमीनान बख्श है ।
उन्होंने नवंबर 2008 में मुंबई में दहश्तगर्द हमला का तज़किरा करते हुए कहा कि मुल्क को दहश्तगर्दी के नए ख़तरात से निमटने के लिए ज़रूरी इक़दामात करना होगा ।