क़ौमी मर्कज़ बराए इन्सेदाद-ए-दहशतगर्दी (एन सी टी सी) के ताल्लुक़ से ख़दशात को मुस्तर्द करते हुए मर्कज़ी मुमलिकती वज़ीर-ए-दाख़िला जितेंदर सिंह ने कहा कि इससे रियास्तों को दहश्तगर्दी से निमटने के लिए ज़ाइद इख़्तेयारात हासिल होंगे। उन्होंने तवक़्क़ो ज़ाहिर की कि 5 मई को वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के साथ रियास्ती चीफ़ मिनिस्टर्स के इजलास में इस मसला पर इत्तेफ़ाक़ राय हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि बाअज़ चीफ़ मिनिस्टर्स को एन सी टी सी के बारे में तहफ़्फुज़ात हैं। वो चाहते हैं कि ऑप्रेशन के तरीका-ए-कार से मुताल्लिक़ उमोर को पहले रखा जाए। इस तरह एक उलझन पाई जाती है जिसे तवक़्क़ो है कि 5 मई के इजलास में दूर कर लिया जाएगा।
जितेंदर प्रसाद ने कहा कि इस वक़्त मुल्क़ दहश्तगर्दी से अहम मसला से दो-चार है। अगर मुल्क में इस से निमटने के लिए मोस्सर क़ानून ना हो तो फिर हम इस चैलेंज से कैसे निमट सकते हैं। उन्होंने कहा कि जितना सख़्त क़ानून होगा इसी मोस्सर अंदाज़ में इस मसला पर क़ाबू भी पाया जा सकता है।
वो समझते हैं कि एन सी टी सी के ज़रीया रियास्तों को दहश्तगर्दी से निमटने के लिए ज़्यादा इख़्तेयारात दिए जाऐंगे। जितेंदर सिंह ने बताया कि उन्हों ने कई चीफ़ मिनिस्टर्स बिलख़सूस गैरकांग्रेसी रियास्तों के चीफ़ मिनिस्टर्स से मुलाक़ात की और उन्होंने इस मसला पर किसी तरह की सियासत नहीं देखी।
अगर किसी को एन सी टी सी के बारे में तहफ़्फुज़ात हो तो वो बिल का मुताला कर सकते हैं। एन आई ए को भी इसी तरह तश्कील दिया गया था। उन्होंने तवक़्क़ो ज़ाहिर की कि 5 मई को वज़ीर-ए-आज़म के साथ आइन्दा इजलास में इत्तेफ़ाक़ राय पैदा होगा। एन सी टी सी के ताल्लुक़ से हुकूमत को चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी के इलावा तामिलनाडू चीफ़ मिनिस्टर जय ललीता, गुजरात चीफ़ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी और ओडीशा चीफ़ मिनिस्टर नवीन पटनायक की मुख़ालिफ़त का सामना है और उन का मौक़िफ़ ये है कि मुजव्वज़ा बिल वफ़ाक़ीयत के नुक़्ता-ए-नज़र के ख़िलाफ़ है।