एफ डी आई के ख़िलाफ़ क़रारदाद की ताईद

चेन्नई, रांची, ०२ अक्टूबर (पी टी आई) यू पी ए हुकूमत को एक झटका देते हुए डी एम के ने जो मर्कज़ी मख़लूत (मिश्रित/ मिली जुली) में शामिल दूसरी बड़ी पार्टी है, आज कहा कि वो मल्टी ब्रांड रीटेल में एफ डी आई की इजाज़त के ख़िलाफ़ पार्लीमेंट ( संसद) में अपोज़ीशन ( विपक्ष) की सरपरस्ती वाली किसी भी क़रारदाद की हिमायत ( समर्थन) करेगी जबकि झारखंड से दो एम पीज ने ताईद ( समर्थन) से दसतबरदारी ( हट जाना) इख़तियार कर ली है। डी एम के ने जिस के लोक सभा में 18 अरकान ( सदस्य) हैं, बह यक वक़्त अपनी ताईद ( समर्थन) और मुख़ालिफ़त ( विरोध ) का इज़हार किया और रीटेल शोबे में एफ डी आई से मुताल्लिक़ फ़ैसले के ख़िलाफ़ खुले आम अपना मौक़िफ़ ( निश्चय) ज़ाहिर करते हुए हुकूमत से इस पर नज़रसानी (पुन: विचार) का मुतालिबा किया।

ये पार्टी जो करप्शन इल्ज़ामात के तनाज़ुर ( विवाद) में इसके दो वुज़रा ( मंत्री) के मजबूरन इख़राज (बहिष्कार/ निकाल देने) के बाद से नाराज़ है, शुरू से यही कहती आई है कि एफ डी आई रीटेल की मुख़ालिफ़ रियास्तें अगर उसे ना चाहें तो इस पर अमल आवरी ना करने का फ़ैसला कर सकती हैं।

ताहम ( यद्वपि) पार्टी सरबराह एम करूणानिधि ने कहा कि डी एम के ब दस्तूर कांग्रेस की ताईद ( समर्थन) जारी रखेगी ताकि फिर्कापरस्त कुव्वतों को इक़तिदार ( शासन) से दूर रखा जा सके।

उन्होंने कल वाज़िह ( स्पष्ट) करदिया था कि डी एम के यू पी ए हुकूमत में रद्दोबदल की सूरत में मख़लवा वज़ारतों को पार करने के लिए अपने नुमाइंदों को नामज़द ( नामांकन) नहीं करेगी। डी एम के का फ़ैसला जो उस की आमिला की इमरजेंसी मीटिंग में किया गया, ऐसे रोज़ सामने आया जबकि झारखंड विकास मोरचा (प्रजातंत्रिक) ने मर्कज़ की हुकूमत के लिए अपने दो एम पीज की ताईद ( समर्थन) से इस की आवाम दुश्मन पालिसीयों के ख़िलाफ़ बतौर-ए-एहतजाज दसतबरदारी (विरोध से हट जाने) का ऐलान किया।

जय वी एम पी के लोक सभा में दो एम पीज हैं जिन मैं ख़ुद पार्टी सरबराह-ओ-साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर बाबूलाल मरांडी शामिल हैं। तृणमूल कांग्रेस की ताईद से दसतबरदारी ( समर्थन से हट जाने) के बाद यू पी ए हुकूमत के लिए अक्सरीयत ( बहुमत) घट कर 306 हो गई, जिस में बाहर से हिमायत करने वाली कलीदी पार्टीयां एस पी (2) और बी एस पी (1) शामिल हैं। हम यू पी ए हुकूमत की आवाम दुश्मन पालिसीयों के पेशे नज़र उस की ताईद से दस्तबरदार ( समर्थन से दूर) हो रहे हैं। हम सदर जमहूरीया ( राष्ट्रपति) परनब मुकर्जी से अनक़रीब मुलाक़ात करते हुए मकतूब दसतबरदारी ( त्यागपत्र) पेश करेंगे, जय वे एम पी के प्रिंसिपल जनरल सेक्रेटरी प्रदीप यादव और पार्टी के रुकन लोक सभा अजय कुमार ने रांची में प्रेस कान्फ्रेंस में ये बात कही।