एफ डी आई के ख़िलाफ़ 20 सितंबर को मल्क गीर बंद

नई दिल्ली, १६ सितंबर (यू एन आई) मल्टी ब्रांड कारोबार में ग़ैर मुल्की कंपनीयों को इजाज़त देने के ख़िलाफ़ ताजिरों ( traders) ने 20 सितंबर को मुल्क गीर बंद की अपील की है। ऑल इंडिया ट्रेडर्स फ़ैडरेशन के जनरल सेक्रेटरी प्रवीण खंडेलवाल ने आज यहां बताया कि पहले 18 सितंबर को बंद का ऐलान किया गया था लेकिन इस रोज़ गणेश चतुर्थी है।

मग़रिबी हिंदुस्तान में ये त्योहार धूम धाम से मनाया जाता है इस लिए लोगों को परेशानी से बचाने के लिए हड़ताल की तारीख़ में तबदीली की गई है।मिस्टर खंडेलवाल ने बताया कि 20 सितंबर को मुल्क में तिजारती कारोबार पूरी तरह बंद रहेगा। हुकूमत के फ़ैसले से मुल्क के छोटे ताजिर ( trader) , किसान और सारिफ़ीन को कोई फ़ायदा नहीं होगा।

ग़ैर मुल्की कंपनीयां मुनाफ़ा कमाने के मक़सद से हिंदूस्तान आयेंगी और एक मर्तबा अपनी गिरिफ्त क़ायम करने के बाद अवाम और किसान का इस्तेहसाल ( शिकार) करेंगी। ख़्याल रहे कि हुकूमत ने मुल्क में 6 लाख करोड़ रुपय के रीटेल कारोबार में ग़ैर मुल्की ताजिरों की हिस्सेदारी देने का फ़ैसला किया है जबकि तृणमूल कांग्रेस , बी जे पी, समाजवादी पार्टी, बाएं बाज़ू की पार्टीयों ( Left parties) समेत मुतअद्दिद ( बहुत से) जमातों ने इस की मुख़ालिफ़त ( विरोध) की है।

हिंदूस्तानी मईशत ( आर्थिक स्थिति) को पटरी पर लाने के लिए काबीना कमेटी बराए इक़तिसादी उमोर ने कल वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की सदारत में मुनाक़िदा ( आयोजित) एक मीटिंग में इन्क़िलाबी इस्लाही क़दम उठाते हुए मल्टी ब्रांड रीटेल शोबा में 51फ़ीसद (%) और हवाबाज़ी के शोबे में 49 फ़ीसद ग़ैरमुल्की रास्त सरमाया कारी की मंज़ूरी देते हुए ऑयल लिमिटेड , नालको , एम एम टी सी और हिंदूस्तान कॉपर लिमेटेड में सरमाया कुशी का फ़ैसला किया ।

इस फ़ैसले से एक दिन पहले हुकूमत ने डीज़ल की क़ीमत में पाँच रुपये फ़ी लीटर का इज़ाफ़ा किया था और सब्सीडी से दिए जाने वाली पकवान गैस सिलेंडरों की तादाद साल में छः महिदूद (सीमित) कर दी थी । हुकूमत के इन फ़ैसलों का मक़सद सिर्फ ये तास्सुर देना है कि यू पी ए हुकूमत के दौर दोयम में हुकूमत पालिसी बेहाली की शिकार है। मल्टी ब्रांड ख़ुदरा तिजारत ( व्यापार) में 51 फ़ीसद ग़ैरमुल्की रास्त सरमाया कारी की इजाज़त से वाल मार्ट और कैरी फ़ो जैसी आलमी देव पैकर कसीर क़ौमी कंपनीयों को हिंदूस्तान में अपने स्टोर खोलने की आज़ादी मिल जाएगी।