एफ डी आई, छोटे किसानों और ताजरीन केलिए तबाहकुन

हुक्मराँ यू पी ए की बिछुड़ी हुई हलीफ़ जमात तृणमूल कांग्रेस के अलावा अप्पोज़ीशन एन डी ए ने हमा ब्रांड ख़ूर्दा फ़रोशी के शोबा में रास्त ग़ैरमुल्की सरमायाकारी की इजाज़त केलिए हुकूमत के फ़ैसले की आज सख़्त म‌ज़म्मत की और कहा कि हुकूमत, सरमायादारी के आगे घुटने टेक चुकी है।

इन जमातों ने अंदेशा ज़ाहिर किया कि हुकूमत की ये पालिसी किसानों और छोटे ताजरीन केलिए इंतिहाई तबाहकुन साबित होगी। राज्य सभा के चेयरमैन हामिद अंसारी ने एक मुनफ़रद वाक़िये के तौर पर वकफ़ा-ए-सवालात को मुल्तवी करते हुए अन्ना डी एम के के रुकन वि माइत्र यन की तरफ‌ से पेश करदा तहरीक पर बेहस की इजाज़त दी।

क़ब्लअज़ीं मुख़्तलिफ़ सयासी जमातों के क़ाइदीन और वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमूर कमलनाथ ने भी इस मसले पर बेहस शुरू करने केलिए वकफ़ा-ए-सवालात को मुल्तवी रखने की दरख़ास्त की थी। जय डी यू के शिवानंद तीवारी ने कहा कि हुकूमत में चंद आला तरीन माहिरीन मआशियात भी शामिल हैं, जो माज़ी में बैन-उल-अक़वामी मालीयाती इदारा (आई एन एफ़) और वर्ल्ड बैंक से भी वाबस्ता रहे हैं।

ये दोनों हमा रुख़ी इदारा जात बैरूनी सरमायाकारी को फ़रोग़ देने के काज़ केलिए काम करते हैं। तीवारी ने कहा कि आई एन एस, वर्ल्ड बैंक, डब्लयू टी ओ, एशीयन डवलप्मेंनट बैंक जैसे इदारे सारी दुनिया की मआशी पालिसी चलाते हैं। मुल्क के मुस्तक़बिल पर इन पालिसीयों के मुज़िर असरात मुरत्तिब होंगे।

तृणमूल कांग्रेस के सखीनदो शेखर राय ने कहा कि रास्त ग़ैरमुल्की सरमायाकारी दरअसल रास्त ग़ैरमुल्की दरअंदाज़ी के मुतरादिफ़ है। उन्होंने वज़ीर-ए-तजारत आनंद शर्मा पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो इस मसले पर एवान और सारे मुल्क को दानिस्ता तौर पर गुमराह कररहे हैं।

राय ने कहाकि अगरचे एफ डी आई सिर्फ़ 53 शहरों में लागू होगी लेकिन ये सारे मुल्क में फैल जाएगी और ताजरीन ख़त्म होजाएंगे। हुकूमत, सरमाया दाराना निज़ाम के आगे पूरी तरह घुटने टेक चुकी है और हमारा मुल्क, वाईट हाइज़ को ख़ुश करने केलिए दौड़ रहा
है।