नई दिल्ली, २८ नवंबर: (पीटीआई) डी एम के का साथ पा कर यू पी ए हुकूमत ने आज इशारा दिया कि वो रीटेल शोबा में एफ डी आई के बारे में पार्लीमेंट में राय दही के लिए तैयार है जिससे ऐवान में तात्तुल के मुम्किना इख्तेताम का इशारा मिलता है ।
दरकार अददी ताक़त के ताल्लुक़ से पुर एतिमाद वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमोर कमल नाथ ने ऐलान किया कि हुकूमत एफडी आई मसला पर किसी भी क़ाअदे के तहत मुबाहिस के ख़िलाफ़ नहीं है , जो ऐसी बात है जिससे हुकूमत की राय दही का सामना करने के लिए आमादगी का इज़हार होता है ।
वो अपोज़ीशन के क़ाइदीन सुषमा स्वराज और अरूण जेटली से कल मुलाक़ात करने वाले हैं ताकि तात्तुल को तोड़ा जा सके । कमल नाथ ने अपने नायब राजीव शुक्ला के हमराह राज्य सभा चेयरमैन हामिद अंसारी से मुलाक़ात की और इन्हीं तमाम जमातों और यू पी ए शुरका के क़ाइदीन से कल और आज मुनाक़िदा मुलाक़ातों के बारे में वाक़िफ़ किराया ।
वज़ीर-ए-पार्लीमानी उमोर लोक सभा स्पीकर से भी मुलाक़ात करेंगे । हुकूमत ने मुबाहिस के तरीका-ए-कार के बारे में फ़ैसला प्रोसीडिंग ऑफीसर्स पर छोड़ दिया है । क़ब्लअज़ीं पार्लीमेंट में एफडी आई के मसला पर राय दही के लज़ूम के साथ मुबाहिस पर अपोज़ीशन के इसरार के दौरान हुकूमत ने आज कहा कि उसे इस बारे में कोई फ़िक्रमंदी नहीं है ।
वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने कहा कि यू पी ए हुकूमत को ज़रूरी अक्सरीयत हासिल है । वो यू पी ए क़ाइदीन के एक घंटा तवील इजलास के बाद जिस में यू पी ए के तमाम क़ाइदीन ने इत्तिहाद का मुज़ाहरा किया था , प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि हाँ! हमें यक़ीन है कि हमें दरकार अक्सरीयत हासिल है ।
वो एफडी आई के मसला पर पार्लीमेंट में जारी तात्तुल पर तब्सिरा कर रहे थे जिसके नतीजा में आज मुसलसल चौथे दिन 22 नवंबर से जारी सरमाई इजलास के दौरान लोक सभा और राज्य सभा के इजलास मुल्तवी कर दिए गए । मर्कज़ी वज़ीर बराए पारलीमानी उमोर कमल नाथ ने इजलास के बाद कहा कि यू पी ए स्पीकर और हुकूमत के किसी भी फ़ैसले पर पूरी तरह मुत्तहिद है ।
तमाम हलीफ़ पार्टीयां हुकूमत की ताईद में हैं । कल के कुल जमाती इजलास का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अक्सरीयत स्पीकर की जानिब से इस मसला के फ़ैसले और इस तनाज़ा पर मुबाहिस की ताईद में हैं । मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने जो लोक सभा के क़ाइद ऐवान भी हैं ,कहा कि जल्द ही हर बात का फ़ैसला हो जाएगा ।
यू पी ए का इजलास हुकूमत की जानिब से तात्तुल तोड़ ने की कोशिश में मुनाक़िदा कुल जमाती इजलास के एक दिन बाद मुनाक़िद किया गया है । यू पी ए की सदर नशीन सोनीया गांधी , राहुल गांधी , वज़ीर-ए-दिफ़ा ए के अनटोनी , आर एलडी के अजीत सिंह , डी एम के के टी आर बालू , एन सी पी के शरद पवार और प्रफुल पटेल , नैशनल कान्फ्रेंस के फ़ारूक़ अबदुल्लाह और मर्कज़ी वज़ीर फायनेंस पी चिदम़्बरम ने आज यू पी ए के इजलास में शिरकत की ।
हुकूमत को आज ज़बरदस्त राहत हासिल हुई जब उसकी हलीफ़ डी एम के ने एफडी आई की ताईद में वोट देने का फ़ैसला करते हुए कहा कि वो फिर्कापरस्त ताक़तों को दूर रखने और हुकूमत को इक्तेदार से बेदख़ल करने की इजाज़त ना देने के लिए अपनी तल्ख़ी को फ़रामोश करते हुए ये फ़ैसला कर रही है ।
चेन्नई से मौसूला इत्तिला के बमूजब डी एम के सरबराह एम करूणानिधि ने तीन सफ़हात पर मुश्तमिल अपने बयान में कहा कि ये फ़रामोश नहीं किया जाना चाहीए कि अगर यू पी ए हुकूमत मौजूदा सूरत-ए-हाल में मुबाहिस और एफडी आई मसला पर क़ायदा 184 के तहत राय दही के नतीजा में इक्तेदार से बेदख़ल हो जाए तो ये बी जे पी और बाअज़ दीगर पार्टीयों के मुतालिबात कुबूल करने के मुतरादिफ़ होगा ।
डी एम के का ये फ़ैसला कांग्रेस के मर्कज़ी वज़ीर ग़ुलाम नबी आज़ाद की करूणा निधि से मुलाक़ात के दो दिन बाद मंज़रे आम पर आया है । उन्होंने यू पी ए की सब से बड़ी पार्टी जिसके पार्लीमेंट में 18 अरकान हैं मुलाक़ात कर के सदर डी एम के को तरग़ीब दी थी कि राय दही के बगै़र एफडी आई के मसला पर मुबाहिस मुनाक़िद करने की ताईद की जाए हालाँकि इस मसला पर हज़ारों इख़तिलाफ़ात मौजूद हैं लेकिन हुकूमत के इक्तेदार से बेदख़ल होने के नताइज को पेशे नज़र रखते हुए डी एम के ने फ़ैसला किया है कि इस मसला पर हुकूमत की ताईद की जाएगी ।
डी ऐम के सरबराह करूणानिधि ने कहा कि फिर्कापरस्त पार्टीयों जैसे बी जे पी को बरसर-ए-इक्तदार आने का कोई मौक़ा नहीं दिया जाएगा । अगर यू पी ए हुकूमत को कोई ख़तरा लाहक़ होतब भी फ़िर्क़ा परस्तों की ताईद नहींकी जाएगी । उन्होंने कहा कि बी जे पी 2G स्पेक्ट्रम में 1.76 लाख करोड़ रुपए के नुक़्सान का मसला उठा रही थी और इसने हिमालया से कन्याकुमारी तक इस मसला पर उलझन और बोहरान अवाम में पैदा कर दिया था ।
उन्होंने कहा कि ऐसी फिर्कापरस्त ताक़तों को बरसर ए इक्तेदार आने का मौक़ा नहीं दिया जाना चाहीए । उन्होंने कहा कि यही हालात थे जिनकी बिना पर डी एम के ने मर्कज़ में यू पी ए हुकूमत को बरक़रार रखने की ताईद का फ़ैसला किया है । उन्होंने कहा कि मर्कज़ पहले ही वाज़िह कर चुका है कि रियास्ती हुकूमत पर एफडी आई के सिलसिला में कोई ज़बरदस्त नहीं की जाएगी और तयक्कुन दिया गया है कि छोटे ताजिरों और काश्तकारों को मुश्किलात का शिकार होने नहीं दिया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि जम्हूरीयत में अवाम की मुंख़बा मुस्तहकम हुकूमत ही अमन और मआशी तरक़्क़ी और अवाम की फ़लाह-ओ-बहबूद को यक़ीनी बना सकती है । बादअज़ां प्रेस कान्फ्रेंस में करूणा निधि ने कहा कि बी जे पी और बाअज़ दीगर पार्टीयों ने चार दिन से पार्लीमेंट में हंगामा खड़ा कर रखा है । ये सब मुफ़ादात हासिला की बुनियाद पर किया जा रहा है । अपोज़ीशन बी जे पी और बाएं बाज़ों जमातों का इसरार है कि एफडी आई पर मुबाहिस के बाद वोटिंग होनी चाहिये । जहां लोक सभा में हुकूमत का अददी ताक़त के मुआमले में इत्मीनान बख्श मौक़िफ़ नज़र आता है क्योंकि एस पी और बी एस पी के इलावा डी एम के ने आज खुले तौर पर ताईद कर दी है ।
तृणमूल कांग्रेस 19 एम पी के साथ इस मसला पर राय दही के लिए अपोज़ीशन के मुतालिबात के ताल्लुक़ से सर्दमहरी का इज़हार करती आई है । ऐवान-ए-ज़ेरीं में मौजूदा तौर पर यू पी ए को 545 रुकनी लोक सभा में तक़रीबन 265 ऐम पीज की ताईद हासिल है ।
समाजवादी पार्टी (22) और बी एस पी (21) की हिमायत के साथ बरसर ए इक्तेदार मख़लूत के लिए ताईद 300 से कुछ ज़ाइद हो जाती है जो दरकार 273 के मुक़ाबिल काफ़ी ज़्यादा है । ताहम राज्य सभा में जहां यू पी ए मख़लूत को अपने बलबूते पर माक़ूल अददी ताक़त हासिल नहीं है , राय दही की सूरत में मसाइल पेश आ सकते हैं ।
244 की अमलन अददी ताक़त में यू पी ए और इस के हलीफ़ों की ताक़त तक़रीबन 94 है । 10 नामज़द अराकीन है जो हुकूमत के हक़ में वोट दे सकते हैं । 7 आज़ाद अरकान में तीन या चार भी हुकूमत की ताईद कर सकते हैं । इस के बावजूद बरसर ए इक्तेदार मख़लूत को बी एस पी (15) और एस पी (9) की ताईद हासिल करनी पड़ सकती है ताकि हुकूमत को राय दही की सूरत में परेशानी ना हो।