मुंबई, 23 जनवरी :भाषा: मध्य मुंबई में माटुंगा स्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद :एबीवीपी: के कार्यालय में आज करीब छह लोगांे ने कथित तौर पर तोड़ फोड़ की जिसमें भाजपा से संबद्ध इस छात्र संगठन का एक सदस्य घायल हो गया।
पुलिस ने यह जानकारी दी।
हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के पीएचडी छात्र रोहित वेमुला के कथित तौर पर आत्महत्या कर लेने के मद्देनजर यह घटना हुई है। एबीवीपी के एक नेता के साथ कथित तौर पर मारपीट करने को लेकर उसे विश्वविद्यालय की कार्रवाई का सामना करना पड़ा था।
पुलिस ने बताया कि माटुंगा स्थित एबीवीपी कार्यालय में पांच छह लोगांे का एक समूह घुस गया और फर्नीचर तोड़ दिए।
एबीवीपी के प्रदेश संयोजन सचिव :कोंकण क्षेत्र: यदुनाथ देशपांडे ने पीटीआई भाषा को बताया कि हमले के वक्त सभी कार्यकर्ता कार्यालय के अंदर थे। हॉकी स्टिक और लोहे की छड़ लिए छह गुंडे अंदर घुस आए और अचानक हमारे कार्यालय पर हमला शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि इन लोगांे ने कांच, फर्नीचर तोड़ दिए और फ्रांसिस डिसूजा नाम का एक कार्यकर्ता घायल हो गया। उसके ललाट पर दो टांके लगाने पड़े हैं और वह सियोन अस्पताल में अचेत हालत में है।
देशपांडे ने इस घटना के पीछे किसी दलित संगठन का हाथ होने की संभावना से इनकार करते हुए आरोप लगाया कि यह हमला कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इशारे पर किया गया। लेकिन एनएसयूआई ने इस आरोप को हास्यास्पद करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘हम ऐसे हमलों की निंदा करते हैं और अपील करते हैं कि यदि किसी संगठन को हमसे समस्या है तो एबीवीपी चर्चा के लिए तैयार है।
देशपांडे ने कहा, ‘‘हम दलित संगठनांे के साथ सकारात्मक वार्ता के लिए तैयार हैं और इसलिए वे इस हमले के पीछे नहीं हो सकते।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि बेंगलुरू स्थित एबीवीपी कार्यालय पर भी हमला किया और बदमाशों को पहचान आखिरकार एनएसयूआई से संबद्ध लोगांे के रूप में हुई।
एनएसयूआई की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष सूरज ठाकुर ने आरोप लगाया कि एबीवीपी का आरोप हास्यास्पद है और यह संगठन सिर्फ प्रचार पाने में शामिल है।
पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
(पीटीआई-भाषा संवाददाता)