एमएलए को लड़की सौंपनेवाली गिरफ्तार

पटना : बिहार में कौमी जनता दल के एक एमएलए पर सियासत का रसूख ऐसा चढ़ा कि एक तालीबा को हवस का शिकार बना डाला। पुलिस के मुताबिक मुलजिम एमएलए का नाम राजबल्लभ यादव है। यादव ने बीती छह फरवरी की रात तालीबा के साथ इस्मतरेजि किया। मामला कानून की नजर में आने के बाद से मुलजिम एमएलए फरार है। वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने बीती 15 फरवरी को इस मसले पर बयान दिया था कि आखिर मुलजिम कब तक भागने में कामयाब होगा, उसे कानून के शिकंजे में आना ही होगा। वहीं, हुकूमत के इत्तिहाद में शामिल राजद ने अपने एमएलए पर इस्मतरेजि का इल्ज़ाम लगने के बाद उसे मुअत्तिल कर दिया था। मुलजिम ने अदालत में जमानत दरख्वास्त दाखिल की थी, लेकिन दरख्वास्त खारिज कर दी गयी थी।

तब से फरार चल रहे एमएलए की तलाश में पुलिस दिन-रात लगी है। पुलिस की मानें तो जल्द ही मुलजिम एमएलए दबोच लिया जायेगा। खबर के मुताबिक पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी तब लगी, जब इस वारदात के लिए जिम्मेदार दीगर मुलजिम दबोच लिए गये। नालंदा पुलिस ने एक खातून समेत चार दीगर को गिरफ्तार किया है।

मुलजिमों ने तालीबा को मुलजिम एमएलए के साथ जिंसी ताल्लुक बनाने के लिए मजबूर किया था। मुलजिम खातून का नाम सुलेखा देवी है। सुलेखा के अलावा उसकी मां राधा देवी, बेटी छोटी कुमारी, छोटी बहन तुलसी देवी, और एक दीगर मोती राम भी इस गुनाह में बराबर के हिस्सेदार हैं। पुलिस इन मुलजिमों को हिरासत में लेकर दीगर सुबूत जुटाने और मुलजिम एमएलए के बारे में और जानकारियां जुटाने में लगी।

इस वारदात के बाद से सूबे की सरकार और पुलिसिया महकमे की भारी बदनामी हुई है। लोग इसे ‘जंगलराज 2’ के जुमले से भी नवाज रहे हैं। पुलिस मुलजिमों की धर-पकड़ करने में नाकामयाब हो रही थी, इसलिए केस की फाइल एसपी कुमार आशीष को सौंपी गयी। कुमार आशीष को नालंदा आए महज दो ही दिन हुए हैं। एसपी आशीष की मानें तो सुलेखा समेत तमाम मुलजिमों को हिलसा पुलिस थाने के तहत आनेवाले खद्दी गांव से गिरफ्तार किया गया। एसपी आशीष ने मुलजिम एम्एलए को भी जल्द ही दबोचने का यकीन दिया है।