एमजे अकबर का विवादित बयान: मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड केवल महिलाओं के उत्पीड़न में रुचि रखता है

कोलकाता: ‘तीन तलाक’ के मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को निशाना बनाते हुए राज्यमंत्री मंत्री एम जे अकबर ने शनिवार को आरोप लगाया कि यह बोर्ड ‘मेल पर्सनल लॉ बोर्ड’ बन गया है जो केवल महिलाओं के उत्पीड़न में रुचि रखता है. अकबर ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘इस्लाम में लैंगिक समानता की बात है न कि यौन उत्पीड़न का. इस्लाम ने कभी भी महिलाओं के उत्पीड़न की बात नहीं की है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मेल पर्सनल लॉ बोर्ड बन गया है.’

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प्रदेश 18 के अनुसार, पिछले महीने बोर्ड द्वारा ‘तीन तलाक’ पर आयोजित सम्मेलन में अकबर ने कहा, ‘बड़ी संख्या में लोगों के एकजुट होने से सच्चाई नहीं होती झलकती.’ सम्मेलन में काफी संख्या में लोग एकजुट हुए थे. ‘तीन तलाक’ को हटाने की अपील करते हुए अकबर ने कहा, ‘कभी कभी शादी ठीक से नहीं चलती तो तलाक की व्यवस्था है, लेकिन मुस्लिम समुदाय में शादी करते हुए आप को महिला से अनुमति की जरूरत होती है. तो तलाक के दौरान पुरुष ही क्यों शर्त तय करे.
अकबर ने कहा कि अगर देश को आगे बढ़ना है और अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ना है तो हमें महिलाओं को साथ लेकर चलने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘भारत और उसकी अर्थव्यवस्था कभी आगे नहीं बढ़ेगी अगर आप महिलाओं को पीछे रखना चाहते हैं. महिला हमारी आबादी का लगभग 50 प्रतिशत हैं और हम सभी को मिलकर आगे बढ़ना होगा. ‘