एमबीए तालिबे इल्म संभालेंगे मिड डे मील की कमान

रियासत में मिड डे मिल मंसूबाबंदी की निगरानी की पुख्ता बंदोबस्त की जायेगी। बच्चों को सही वक़्त पर मयारी खाना मिले, इसके लिए मैनेजमेंट पास तालिबे इल्म इसकी निगरानी करेंगे। इनसारी वसायल की तरक़्क़ी महकमा ने इसकी तैयारी कर ली है। इसके लिए रियासत में मिड डे मिल डायरेक्टोरेट बनेगा। इंसानी वसायल के तरक़्क़ी महकमा ने इस इरादे की तजवीज़ तैयार किया है।

तजवीज़ को मुतल्लिक़ महकमा से मंजूरी मिल गयी है। तजवीज़ को अब कैबिनेट की बैठक में रखा जायेगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
रियासत में मिड डे मील के ऑपरेशन की पूरी जिम्मेदारी डायरेक्टोरेट की होगी। इसके लिए ब्लॉक से लेकर रियासत सतह तक ओहदेदारों व मुलाज़मीन की तकर्रुरी की जायेगी। डायरेक्टोरेट तालिम महकमा के तहत काम करेगी। डायरेक्टरेट का हेड क्वार्टर प्रोजेक्ट भवन में होगा। वहीं जिला हेड क्वार्टर जिला तालिम दफ्तर व ब्लॉक हेड क्वार्टर ब्लॉक तालिम बाजी ओहदेदार का दफ्तर में होगा। मालूम हो कि मिड डे मिल मंसूबाबंदी में मुसलसल मिल रही गड़बड़ी की शिकायत के मद्देनजर यह कदम उठाया जा रहा है।

ऑनलाइन होगी मिड डे मील मंसूबाबंदी

रियासत में मिड डे मिल मंसूबाबंदी ऑनलाइन होगी। वेबसाइट पर मिड डे मिल मंसूबाबंदी की तमाम जानकारी मौजूद होगी। रियासत के एक-एक स्कूल की जानकारी वेबसाइट पर दी जायेगी। स्कूल में मिड डे मिल खाने वाले बच्चों की तादाद, मिड डे मिल के खाते में मौजूद रकम, स्कूल में चावल की सुरतेहाल, सरस्वती वाहिनी के मेंबरों के नाम समेत तमाम जानकारी वेबसाइट पर दी जायेगी।

45 लाख बच्चे खाते हैं मिड डे मिल

रियासत में क्लास एक से आठ तक के तकरीबन 45 लाख बच्चे मिड डे मिल खाना खाते हैं। मौजूद में रियासत में प्रायमरी तालिम डायरेक्ट्रेट के तहत मिड डे मिल खाना का विंग काम करता है। रियासत सतह पर मिड डे मिल खाना का काम प्रायमरी अपर तालिम डाइरेक्टर सतह के अफसर देखते हैं। वहीं जिले में जिला तालिम सुप्रीटेंडेंट व ब्लॉक में ब्लॉक तालिमबाजी ओहदेदार मिड डे मिल की निगरानी करते हैं।