इंजीनीयरिंग एग्रीकल्चर और मेडीसिन कॉमन ऐंटरैंस टेस्ट एमसेट के लिए ऑनलाइन दरख़्वास्तें देने की सहूलत का ये फ़ायदा हुवा कि दुनिया के कोने कोने से ऑनलाइन दरख़्वास्तें वसूल हुई हैं ।
आंधरा प्रदेश के इस सब से मशहूर और मक़बूल इम्तेहान के लिए मुख़्तलिफ़ ममालिक से रियासत से ताल्लुक़ रखने वाले उम्मीदवारों ने दरख़्वास्तें दी हैं जिन के वालदैन बैरून मुल्क बरसर-ए-कार हैं और जो चाहते हैं कि इन के बच्चे रियासत में आला तालीम हासिल करें
उसे तमाम उम्मीदवार हिंदूस्तान की दूसरी रियासतों के उम्मीदवारों की तरह जो दरख़ास्त पेश किए हैं नान लोकल तसव्वुर किए जाएंगे चूँकि इंजीनीयरिंग में बेशतर नशिस्तें ख़ाली रहेंगी । इस तरह उन उम्मीदवारों को दाख़िले मिलना यक़ीनी होगा ।
ऑनलाइन दरख़ास्तों की सहूलत से नए मवाक़े पैदा हुए हैं और हिंदूस्तानियों ख़ासकर बैरून मुल्क मुक़ीम रियासत से ताल्लुक़ रखने वालों में दिलचस्पी बढ़ गई है । एमसेट के कन्वीनर एन वे रमना राॶ ने ये बात बताई ।
बैरून मुल्क एमसेट से मुताल्लिक़ वेबसाइट से इस्तिफ़ादा करने वालों की तादाद दिन बह दिन बढ़ रही है ना सिर्फ अमरीका बल्कि ऑस्ट्रेलिया सऊदी अरब और मुत्तहदा अरब इमारत में भी वेबसाइट से इस्तिफ़ादा किया जा रहा है ।
हिंदूस्तान भर में इस वेबसाइट को 18 हज़ार अफ़राद ने देखा जब कि ऑस्ट्रेलिया और अमरीका में एक हज़ार अफ़राद ने वेबसाइट मुलाहिज़ा की । जमैका , सान , कार्लोस जैसे छोटे शहरों से भी दरख़्वास्तें आई हैं ।।