आंध्र प्रदेश के साबिक़ वज़ीर-ए-दाख़िला एम एम हाशिम का 21 दिसमबर को वाशिंगटन में बॉमर 92 साल इंतिक़ाल होगया।
वो तवील अर्सा से अमरीका में अपने फ़र्ज़ंदान के साथ मुक़ीम थे और कुछ अर्सा से अलील थे। उन का शुमार हैदराबादी तहज़ीब की नुमाइंदा शख़्सियात में शुमार किए जाने वाले सीनीयर कांग्रेस लीडर मिर्ज़ा मुहम्मद हाशिम 1977 के पारलीमानी चुनाव में हलक़ा लोक सभा सिकंदराबाद से मुंतख़ब हुए।
1978 में तशकील शूदा हुकूमत डॉक्टर एम चन्ना रेड्डी में वो वज़ीर-ए-दाख़िला बनाए गए थे। साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म आँजहानी इंदिरागांधी से उनके क़रीबी रवाबित थे एम एम हाशिम मरहूम अपनी साफगोई ख़ुशमिज़ाजी और मुनफ़रद हैदराबादी लब-ओलहजे के साथ सादगी-ओ-रो उद्री के लिए मुख़्तलिफ़ सियासी हलक़ों में मक़बूलियत रखते थे।
एम एम हाशिम के पसमानदगान में दो फ़र्ज़ंदान् और चार दुख़तरान हैं। अमरीका में मुक़ीम हैं। तदफ़ीन 23 दिसमबर को वाशिंगटन में अमल में आएगी। तफ़सीलात के लिए 040-23345140, 011 14106275383 पर रब्त किया जा सकता है।