एम ए रहीम मेमोरियल एकेडेमी संगारेड्डी की सताइश

जनाब हलीम बाबर शायर कहकशां ने एम ए रहीम मेमोरियल एकेडेमी संगारेड्डी के कुल हिंद मुशायरे में शिरकत के बाद एक तास्सुराती पयाम में कहा कि 8 दिसम्बर को मुनाक़िद मुशायरा में मेहमान शोरा-ए-नईम अख़तर बुरहान पूरी, हामिद भेसना वली, संजना सिंह, असीर बुरहान पूरी‍ व‍ य‌हया-ओ-मेज़बान-ओ-मेहमान शोरा-ए-ने जिस बेहतर अंदाज़ में अपना कलाम सुनाया है

वो कामयाबी का ज़ामिन रहा है। इस ख़सूस में जनाब एम ए हकीम सीनीयर क़ाइद तेलगुदीशम‍ ओ‍ एडवोकेट और साबिक़ नायाब सदर ए पी उर्दू एकेडेमी, जनाब क़ुद्दूस क़ुरैशी मोतमिद एकेडेमी क़ाबिल मुबारकबाद हैं और हर साल जनाब एम ए रहीम मरहूम जो एक नामवर फ़नकार गुलूकार-ओ-सदर वक़्फ़ कमेटी रह चुके हैं की याद को ज़िंदा रखने और उर्दू की बक़ा-ओ-फ़रोग़ के सिलसिले में कल हिंद मुशाय‌रों के इनइक़ाद के ज़रीया मुहब्बान उर्दू को तसकीन बख्शते हैं जो काबिल-ए-तहसीन-ओ-लायक़ तक़लीद काम है।

हॉस्टल के तलबा को खाना फ़राहमी के लिए नया मीनूकरीमनगर में फ़लाह-ओ-बहबूद ओहदेदार नागीशोररा का बयान

हॉस्टल के बच्चों को तग़ज़िया बख़श ग़िज़ा की फ़राहमी के लिए नया मीनू तैय्यार किया गया है। तफ़सीलात के बमूजब हफ़्ता में पाँच दिन उबले हुए अंडे, हर इतवार को अंडे की बिरयानी, हफ़्ता में छः दिन फल मेवे दही, चहारशंबा को मीठा, हर रोज़ सुबह दूध, रागी पिया कीट, उबले चने बटाने फली, नाशतादान उष‌मा, गाजर, पोंगल, चटनी, इट‌ली चटनी, टमाटर चटनी।

ये सभी लवाज़मात एससी, एसटी, बी सी, मीनारीटी सरकारी हॉस्टलस में सरबराह किए जाने वाले मीनू में शामिल हैं। सरकारी हॉस्टलस के तलबा-ए‍के मेस चार्जस में इज़ाफ़ा का सभी सरकारी क़ायम शूदा हॉस्टलस में एक ही मयार की ग़िज़ाई अशीया की सरबराही के लिए किए जाने वाले फ़ैसले के तहत हफ़्ता 9 दिसम्बर से रूबा अमल लाया जा रहा है।

जी ओ 39,0 के तहत जारी एहकामात पर अमल आवरी होगी। तीसरी जमात ता सातवें जमात ज़ेर-ए-तालीम तलबा-ए-ओ- तालिबात के लिए 475रुपय से 750 रुपय। आठवीं, दीं के तलबा के लिए 535से 850 रुपय कर दिया गया है।

कॉलिज सतह के बच्चों के हॉस्टलों जिन में एंटर, डिग्री, पी जी के तलबा-ए-के लिए 1050 रुपय कर दिया गया है। ताहाल हॉस्टलों में 4रुपय केलो चावल की सरबराही को हुकूमत ने एक रुपया कर दिया है उस की वजह से भी सभी तलबा-ए-ओ- तालिबात में ख़ुशी की लहर दौड़ चुकी है।

इतवार या तातील के रोज़ के मासिवा साबिक़ की तरह हसब-ए-मामूल दोपहर का खाना स्कूल के अहाते में ही सरबराह किया जाएगा। उस की अमल आवरी का ज़िला डीवीज‌नल सतह के ओहदेदार अचानक तन्क़ीह करते हुए इस का जायज़ा लेंगे। इस के लिए 9अज़ला में मौजूद हॉस्टलों के लिए अलहदा ओहदेदारों को मुतय्यन किया गया है।