चेनाई
वज़ीर-ए-आज़म मोदी की हुकूमत पर तन्क़ीद ,क़रारदाद मंज़ूर
वायको ज़ेर-ए-क़ियादत एम डी एम के ने मर्कज़ की एन डी ए हुकूमत से तर्क-ए-ताल्लुक़ का फ़ैसला करलिया है। तमिलनाडु में एम डी एम के, एन डी ए हुकूमत की हलीफ़ है, इस ने इल्ज़ाम आइद किया कि मर्कज़ की बी जे पी हुकूमत तमिलों के मुफ़ादात के ख़िलाफ़ काम कररही है और इसने रियासती अवाम से ग़द्दारी की है।
एम डी एम के के ज़िलई मोतमिदयन का एक इजलास मुनाक़िद किया गया जिस में मुत्तफ़िक़ा तौर पर क़रारदाद मंज़ूर की गई कि एन डी ए से तर्क-ए-ताल्लुक़ किया जाये। ये इत्तेहाद लोक सभा इंतेख़ाबात से क़ब्ल हुआ था। ये क़रारदाद पार्टी के सरबराह वायको ने मंज़ूरी के लिए पेश की जिस में एलान किया गया है कि एम डी एम के, बी जे पी ज़ेर-ए-क़ियादत एन डी ए हुकूमत में मज़ीद बरक़रार नहीं रह सकती क्योंकि भगवा पार्टी की हुकूमत तमिलनाडु से मुताल्लिक़ कई मसाइल पर बिशमोल मुल्लापेरियार डैम मसले के बारे में बेहिसी का मुज़ाहरा कररही है।
ज़िलई मोतमिद के इजलास में पार्टी के आला सतही शोबे ने हकूमत-ए-हिन्द पर ज़ोर दिया कि हुकूमत श्रीलंका की ताईद ना की जाये। क़रारदाद में कहा गया है कि बी जे पी, तमिलों के मफ़ादात की मुख़ालिफ़ है। मोदी चाहते हैं कि महिंदा राजा पकसा वहां के इंतेख़ाबात में दुबारा कामयाबी हासिल करें।