एयरपोर्ट के नाम का मसला, मर्कज़ का फ़ैसला नहीं

शम्सआबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट के डोमेस्टिक टर्मिनल को एन टी आर से मौसूम करने के हस्सास मसले पर बी जे पी के रियासती सदर जी किशन रेड्डी की राय दूसरों से मुख़्तलिफ़ है।

किशन रेड्डी ने असेंबली लॉबी में अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि तेलुगु देशम से ताल्लुक़ रखने वाले मर्कज़ी वज़ीर शहरी हवा बाज़ी अशोक गजपति राजू ने ये अहकाम अपने तौर पर जारी किए हैं, जिन के ज़रीये एन टी आर का नाम बरक़रार रखा गया और इस के बाद ग़ालिबन उन्होंने मर्कज़ को उसकी इत्तेला दी।

किशन रेड्डी ने कहा कि जहां तक मेरी मालूमात का ताल्लुक़ है, मर्कज़ी काबीना का इस मसले से कोई सरोकार नहीं है, ना ही मर्कज़ और ना ही काबीना ने इस मसले पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया है, लेकिन वो अशोक गजपति राजू ही हैं, जिन्होंने आंध्र प्रदेश के चीफ़ मिनिस्टर एन चंद्रबाबू नायडू की ईमा पर ये सर्कुलर जारी क्या होगा।

किशन रेड्डी ने इस ज़िमन में साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म आँजहानी पी वि नरसिम्हा राव‌ का नाम तजवीज़ करने के लिए तेलंगाना के चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ में जुर्रत ना करने पर शकूक-ओ-शुबहात का इज़हार भी किया।

किशन रेड्डी ने कहा कि एसा महसूस होता है के चीफ़ मिनिस्टर के ज़हन में पी वि नरसिम्हा राव‌ का नाम रहा होगा, लेकिन उन्होंने एक जमात की मुख़ालिफ़त को मल्हूज़ रखते हुए ये नाम तजवीज़ करने की जुर्रत नहीं की।