पाक धर्मगुरुओं का महिला के बगल में बैठने पर एतराज़, एयरलाइन कंपनी ने बदली सीट

ह्यूस्टन : अमरीका के ह्यूस्टन में एक एयरलाइन कंपनी ने दो पाकिस्तानी धर्मगुरुओं के आपत्ति जताने के बाद एक महिला पैसेंजर की सीट बदल दी। इस घटना से नाराज महिला ने एयरलाइन कंपनी पर मुकदमा करते हुए सवाल पूछा, ‘अगर पूरा क्रू महिलाओं का होता तो ये धर्मगुरु क्या करते।’ बाद में कंपनी ने महिला से माफी भी मांगी।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऑयल एंड गैस कंपनी की सीनियर कंसल्टेंट मैरी कैंपस कैलिफोर्निया जाने के लिए यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट में जा रही थी। तभी गेट पर उन्हें एयरलाइंस स्टाफ के एक मेंबर ने रोकते हुए कहा कि आपकी बगल की दो सीटें पाकिस्तानी धर्मगुरुओं की हैं। वे महिला के पास नहीं बैठना चाहते। इसलिए हमने आपकी सीट बदल दी है। आप दूसरी सीट पर बैठें।

घटना पर आपत्ति जताते हुए मैरी कैंपस ने यूनाइटेड एयरलाइंस को लेटर लिखा। मैरी ने लिखा, ”मैंने यात्रा से बहुत पहले अपना टिकट बुक कराया था। समय पर प्लेन में पहुंच भी गई। लेकिन एयरलाइंस कंपनी ने मेरी सीट सिर्फ इसलिए बदल दी क्योंकि मैं महिला हूं और पाकिस्तान के दो धर्मगुरु मेरे बगल में नहीं बैठना चाहते थे। ये कैसा समाज है। मैं सोचती थी कि मैं ऐसी दुनिया में रह रही हूं जहां महिला और पुरुष बराबर हैं। लेकिन यहां तो महिला होने पर ही आपको अपमान झेलना पड़ता है।”मैरी ने आगे लिखा, ”मैं कैलिफोर्निया जाने के लिए प्लेन में पहुंची। एयरलाइंस स्टाफ का एक मेंबर गेट पर ही मिल गया। उसने मुझे रोका। बोला- आपसे कुछ कहना है पर समझ में नहीं आ रहा कैसे कहूं। उसने मुझसे कहा कि आपकी बगल की दो सीटें पाकिस्तानी धर्मगुरुओं की हैं। वे महिला के पास नहीं बैठना चाहते। इसलिए हमने आपकी सीट बदल दी है। आप दूसरी सीट पर बैठें। मुझे यह सुनकर बेहद धक्का लगा। लेकिन मेरे पास सीट बदलने के सिवाय कोई ऑप्शन नहीं था। एयरलाइंस ने इन धर्मगुरुओं के बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया। बस इतना बताया गया कि दोनों ने नारंगी रंग की लॉन्ग शर्ट पहन रखी थी।

‘ये कैसे रूढ़िवादी धर्मगुरु थे?”मैरी ने पत्र में कपंनी से पूछा कि आखिर ये कैसे रूढ़िवादी धर्मगुरु थे? वे महिला के पास बैठ नहीं सकते? बात नहीं कर सकते? महिलाएं उन्हें कुछ सर्व नहीं कर सकतीं? क्या होता अगर वह दिव्यांग होती या ट्रांसजेंडर होती? अगर सारे क्रू मेंबर महिलाएं होतीं तो वे क्या करते? अगर किसी व्यक्ति की धार्मिक मान्यताएं उसे महिला से बात करने को रोकती हैं तो उसे प्लेन में सफर ही नहीं करना चाहिए। एयरलाइंस ने दिया जांच का आश्वासन मैरी की भेदभाव वाली शिकायत पर एयरलाइंस कंपनी ने कहा, ”हम इस मामले की पड़ताल करेंगे। हम माफी मांगते हैं कि हमारी वजह से आपको परेशानी हुई। मैरी ने कहा कि वे कंपनी पर मुकदमा नहीं करना चाहतीं। लेकिन इसके लिए कंपनी को सिर्फ मुझसे नहीं, एयरलाइंस में सफर करने वाली हर महिला से माफी मांगनी होगी।